फोटो गैलरी

Hindi Newsरास में संजीव को प्रत्याशी बनाने पर धरने पर बैठे

रास में संजीव को प्रत्याशी बनाने पर धरने पर बैठे

रांची/जमशेदपुर हिन्दुस्तान टीम। राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर झामुमो के अंदर विरोध के स्वर तीखे हो गए हैं। मोर्चा नेता बगावत करते हुए सड़क पर उतर गए हैं। संजीव कुमार को रास चुनाव में पार्टी...

रास में संजीव को प्रत्याशी बनाने पर धरने पर बैठे
Thu, 19 Apr 2012 12:38 AM
ऐप पर पढ़ें

रांची/जमशेदपुर हिन्दुस्तान टीम। राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर झामुमो के अंदर विरोध के स्वर तीखे हो गए हैं। मोर्चा नेता बगावत करते हुए सड़क पर उतर गए हैं। संजीव कुमार को रास चुनाव में पार्टी प्रत्याशी बनाने के विरोध में संगठन के उपाध्यक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम सुधीर महतो जमशेदपुर में धरने पर बैठ गये।

उनके साथ कुछ समर्थक भी धरने पर बैठे। कहा कि संगठन की चाह थी कि झारखंड के माटी पुत्र को ही रास चुनाव का प्रत्याशी बनाया जाये, मगर पार्टी नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं के मनोभावना का आदर नहीं किया। अपना विरोध जताने के लिए वह शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा के समक्ष बैठे हैं।

सूत्रों के अनुसार पार्टी के विक्षुब्ध विधायकों से भी सुधीर ने धरने में शामिल होकर नैतिक समर्थन देने का आग्रह किया था, मगर एक भी विधायक ने वहां जाना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि पौलुस सुरीन, विद्युतवरण महतो, दीपक बिरुआ के साथ टेलीफोन पर बातचीत कर सुधीर ने मन टटोलने का प्रयास किया।

वैसे सुबह में साइमन मरांडी ने दीपक बिरुआ, लोबिन हेम्ब्रोम और रामदास सोरेन के साथ बैठक कर संजीव कुमार के नाम पर अपनी नाराजगी जतायी। झामुमो विधायकों को एकजुट रखने में मुश्किल डिप्टी सीएम हेमंत सोरेन को पार्टी विधायकों को एकजुट रखना काफी मुश्किल हो रहा है।

कई विधायक खुल कर विरोध सामने नहीं कर रहे, मगर तल्ख तेवर उनकी नाराजगी को बयां करने के लिए काफी हैं। हेमंत की तबीयत भी खराब चल रही है। वह बीते मंगलवार से दुमका में हैं और संताली विधायकों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं।

कोर्ट ने सरकार से मांगी स्टेटस रिपोर्ट

रांची। वर्ष 2010 में हुए राज्यसभा चुनाव में नोट के बदले वोट के मामले में चल रही निगरानी जांच की हाइकोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। इस संबंध में दुर्गा उरांव ने याचिका दायर की है। बुधवार को सुनवाई के दौरान दुर्गा उरांव की ओर से कहा गया कि 2010 में कुछ विधायकों ने नोट लेकर वोट दिया था। इसका स्टिंग ऑपरेशन भी किया गया था।

इस मामले में निगरानी की जांच पूरी नहीं हुई है। कोर्ट से मामले की सीबीआइ जांच का आग्रह भी किया गया।कोर्ट को बताया गया कि स्टिंग ऑपरेशन में टेकलाल महतो, साइमन मरांडी, राजेश रंजन, उमाशंकर अकेला और सावना लकड़ा को पैसे का लेन-देन करते दिखाया गया था। निगरानी ने केस तो दर्ज किया पर अब तक शुरुआती रिपोर्ट नहीं सौंपी है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें