चिश्ती मामले में जरदारी ने मांगी मनमोहन से मदद
पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शुक्रवार को भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अपील की है कि वह मानवीय आधारों पर खलील चिश्ती की रिहाई और स्वेदश वापसी की अनुमति...
पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शुक्रवार को भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अपील की है कि वह मानवीय आधारों पर खलील चिश्ती की रिहाई और स्वेदश वापसी की अनुमति दें।
पाकिस्तानी नागरिक 80 वर्षीय चिश्ती को हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने बताया कि जरदारी ने सिंह को एक निजी पत्र लिख कर यह अपील की है। पत्र को सिंह तक पहुंचाने के लिए आज उसे भारत स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग को भेज दिया गया है।
बाबर ने बताया कि पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने पिछले रविवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ दोपहर के भोजन पर भी चिश्ती का मामला उठाया था। मनमोहन के नाम अपने पत्र में जरदारी ने लिखा है, डॉक्टर चिश्ती की उम्र और उनकी खराब स्वास्थ्य हालतों को देखते हुए क्या मैं महामहिम से इस मामले में हस्तक्षेप करने और मानवीय आधारों पर डॉक्टर चिश्ती को रिहा करने और उनको पाकिस्तान वापसी की अनुमति देने का अनुरोध कर सकता हूं।
जरदारी ने लिखा है कि आपका यह कदम दोनों देशों के बीच समग्र वार्ता की बहाली से सजित हुई सद्भावना मजबूत करेगा। उन्होंने लिखा है, मैं समझ सकता हूं कि डॉ चिश्ती की ओर से दायर दया याचिका भारत सरकार के पास लंबित है।
जरदारी ने लिखा है कि पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने भी चिश्ती पर चली बहुत लंबी सुनवाई के बारे में आठ अप्रैल को नई दिल्ली में दोपहर के भोज के वक्त भारत के गृह मंत्री पी चिदंबरम के समक्ष उठाया था। राष्ट्रपति ने आज सुबह अधिकारियों से कहा था कि वे चिश्ती की वतन वापसी के लिए हर संभव कदम उठाएं।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, जरदारी ने गृहमंत्री रहमान मलिक को डॉ़ चिश्ती को पाकिस्तान वापस लाने के लिए सभी उपाय करने का निर्देश दिया है। बयान के मुताबिक चिश्ती के पाकिस्तान वापसी का सारा खर्च सरकार वहन करेगी। अधिकारियों ने बताया कि जरदारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे चिश्ती को पाकिस्तान वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश करें।
बयान में कहा गया है कि भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त शाहिद मलिक को निर्देश दिया गया है कि वह चिश्ती की स्वदेश वापसी के लिए कदम उठाएं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे अपने पत्र में जरदारी ने अपनी भारत यात्रा के दौरान शानदार मेजबानी के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया है।