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कम उम्र में ज्यादा बदलाव कितना उचित?

युवा पीढ़ी जोखिम लेने में यकीन रखती है और अपनी जानकारी में विस्तार करने के लिए नए क्षेत्रों को आजमाने में संकोच नहीं...

कम उम्र में ज्यादा बदलाव कितना उचित?
Thu, 12 Apr 2012 09:53 PM
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युवा पीढ़ी जोखिम लेने में यकीन रखती है और अपनी जानकारी में विस्तार करने के लिए नए क्षेत्रों को आजमाने में संकोच नहीं करती। लेकिन प्रश्न यह है कि क्या जल्दी-जल्दी नौकरी या करियर बदलना उचित है?

आपको अपने आसपास कई ऐसे लोग मिल जाएंगे, जिन्होंने जिस कंपनी में काम किया, वे वहीं के होकर रह गए। पहले इसे व्यक्ति की संगठन के प्रति वफादारी के तौर पर जाना जाता था, पर अब ऐसा नहीं है। पीआर कंपनी पेसमीडिया माइलस्टोन के मैनेजिंग डायरेक्टर दीप गुप्ता के अनुसार, ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है।’ 29 वर्षीय दीप गुप्ता युवा उद्यमी हैं, पर इतनी उम्र में वे तीन नौकरी बदलने के साथ-साथ अपना करियर बदल चुके हैं। दीप के अनुसार, ‘जॉब शिफ्ट करना जरूरी है। इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। लंबे समय तक एक ही संस्थान में रहना अच्छा विचार नहीं है, क्योंकि एक पॉइंट पर आकर आपका विकास रुक जाता है और आप एक ही तरह के काम का दोहराव करते रह जाते हैं। नौकरी बदलने के साथ सिर्फ प्रोजेक्ट ही नहीं बदलते, कार्य परिवेश भी बदल जाता है। आप नए लोगों से मिलते हैं और नई चीजें सीखते हैं। हर नया बदलाव आपको कुछ सिखाता है और आप एक बेहतर डील की ओर कदम बढ़ाते हैं।

पैसा और अनुभव
समान इंडस्ट्री में नौकरी बदलना आपको वेतन में बढ़ोतरी करने का अवसर देता है, वहीं करियर को बदलना कई तरह के बदलाव लाता है। बेंग्लुरू में कार्यरत एक प्रोफेशनल जयंत जगदीश अब तक तीन करियर और चार नौकरी बदल चुके हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम करना शुरू किया। उसके बाद वे एजुकेशन मैनेजमेंट के क्षेत्र में आ गए और फिर पीआर का काम करने लगे। उनके अनुसार, एक जगह काम करते हुए आप इतनी स्किल्स नहीं सीख सकते, जितना आप कई तरह की नौकरियों में सीखते हैं। आप अलग-अलग तरह के लोगों से मिलते हैं, टीम में बदलाव होता है, आपका अनुभव और जानकारी का स्तर बदल जाता है।

कंपनी के प्रति वफादारी
जल्दी-जल्दी नौकरी बदलने की प्रक्रिया पर सबसे पहला सवाल आमतौर पर जॉब इंटरव्यू के दौरान देखने को मिलता है। आपने नौकरी क्यों बदली, आप जब किसी कंपनी में टिककर काम नहीं करना चाहते तो कंपनी आपका चुनाव क्यों करे आदि? आमतौर पर पुरानी सोच से जुड़े लोग जल्दी-जल्दी नौकरी बदलने को अच्छा नहीं मानते। इसे उम्मीदवार की नए माहौल और लोगों के साथ तालमेल नहीं बिठा पाने की कमी के तौर पर देखा जाता है, पर सभी लोग ऐसा नहीं मानते। कोका कोला एचआर के वाइस प्रेसिडेंट समीर वधावन के अनुसार ‘जल्दी-जल्दी नौकरी बदलने का प्रभाव जानने के लिए यह देखा जाना चाहिए कि इसका प्रभाव उम्मीदवार के करियर ग्राफ पर कैसा पड़ा है। उम्मीदवार के चुनाव का मुख्य आधार उम्मीदवार का एटीट्यूड, वेल्यू व उसके जरिए कंपनी को होने वाला फायदा होता है, पर कुछ नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं। एक बार किसी इंडस्ट्री या कंपनी से बाहर जाने के बाद वापसी करना मुश्किल होता है। यदि नौकरी बदलने का कारण अच्छा वेतन है तो समझदारी से लिए गए फैसले निश्चित ही इस मकसद में आपकी मदद कर सकते हैं। साथ ही नए परिवेश में काम करना आपकी जानकारी को भी बढ़ाता है।
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