रंगमंच से निखरा अभिनय : अमृता
फिल्म 'आयशा' से बॉलीवुड में शुरुआत करने वाली अभिनेत्री अमृता पुरी कहती हैं कि उन्हें अपनी अभिनय प्रतिभा निखारने में रंगमंच से काफी मदद मिली...
फिल्म 'आयशा' से बॉलीवुड में शुरुआत करने वाली अभिनेत्री अमृता पुरी कहती हैं कि उन्हें अपनी अभिनय प्रतिभा निखारने में रंगमंच से काफी मदद मिली है।
अमृता ने कहा कि मैंने रंगमंच पर बहुत काम किया है। मुझे यह पसंद है क्योंकि यहां रचनात्मकता और ज्यादा होती है और इससे मुझे अभिनय की अपनी प्रतिभा को निखारने में मदद मिलती है। जब मैं रंगमंच पर काम करती हूं तो मैं बहुत सी नई चीजें सीखती हूं।
इन दिनों अमृता अपनी दूसरी फिल्म 'ब्लड मनी' के प्रचार में व्यस्त हैं। वैसे वह स्वीकार करती हैं कि गैर फिल्मी पृष्ठभूमि के व्यक्ति के लिए यहां अपनी जगह बनाना बहुत मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि मैंने काम पाने के लिए दो महीने तक ऑडीशन दिए. तब मुझे 'आयशा' मिली। मेरे जैसे गैर फिल्मी पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले व्यक्ति को फिल्में मिलना बहुत मुश्किल है। फिल्मोद्योग में काम करने की इच्छा रखने वाले युवाओं की संख्या बहुत ज्यादा है लेकिन उनमें से बहुत कम यहां अपना मुकाम हासिल कर पाते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं। लेकिन मुझे इस अवसर के लिए बहुत कड़ी मेहनत करनी पड़ी। यह बात सुखद एहसास देती है कि मुझे यहां जो भी काम मिला वह मेरे अभिनय के आधार पर मिला।
अमृता ने अपनी नई फिल्म के विषय में बताया कि मैंने मुम्बई की एक मध्यवर्गीय लड़की का किरदार किया है, जिसका विवाह अभिनेता कुणाल खेमू द्वारा निभाए गए किरदार से होता है। यह किरदार बाद में केपटाउन चला जाता है और वहां हीरे निर्यात करने का एक छोटा व्यवसाय करता है और तभी उसकी जिंदगी में एक मोड़ आता है।
महेश भट्ट के निर्माण व विशाल महादकर के निर्देशन में बनी 'ब्लड मनी' 30 मार्च को प्रदर्शित होगी।