अंधकार में प्रकाश फैलाता है, ज्योतिष
प्रेम वाटिका में बीते दो दिन से चल रहे ज्योतिष व वास्तु शास्त्र महासम्मेलन के अंतिम दिन जिज्ञासुओं का तांता लग...
प्रेम वाटिका में बीते दो दिन से चल रहे ज्योतिष व वास्तु शास्त्र महासम्मेलन के अंतिम दिन जिज्ञासुओं का तांता लग गया। यहां पर आए लोगों ने ज्योतिषों को अपनी जन्म पत्री दिखाई और कष्टों के निवारण का उपाए पूछे।
ज्योतिषाचार्य डा. सुधांशु निर्भय ने कहा कि अंधकार में प्रकाश फैलाने का काम ज्योतिष करता है। जो दूसरों के कष्टों को दूर करते हैं। उन्हें पुण्य मिलता है। ज्योतिष व वास्तु शास्त्र महासम्मेलन के दूसरे दिन ज्योतिषाचार्य डा. सुधांशु निर्भय ने कहा कि ज्योतिष का मुख्य उद्देश्य मनुष्य के मन में फैली शंकाओं को दूर करना है।
इसका प्रयोग संसार का कल्याण करने में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संशय विनाश का कारण है और ज्योतिष अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। ज्योतिष से ग्रह को शांत किया जाता है। इससे मनुष्य को लाभ मिलता है।
डा. रमेश सौभाग्या, डा. राजेश अग्रवाल ने ज्योतिष के बारे में जानकारियां दी। कार्यक्रम आयोजक आचार्य पुनीत पाठक शास्त्री ने कहा कि ज्योतिष विद्या को लेकर लोगों में भ्रांति है। इन भ्रांतियों को दूर करने के लिए इस महासम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन में हाथरस, एटा समेत कई जनपदों के लोग आए। इनमें कई लोगों ने अपनी जन्म कुंडली दिखाई। कई लोगों ने अपनी नई जन्म पत्रिका भी बनवाई।
कार्यक्रम स्थल पर भारी भीड़ लगी रही। इस कार्यक्रम में समाज सेवियों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान मकरध्वज शास्त्री, अजीत उपाध्याय, लखन लाल, छोटेलाल पाठक, राम प्रकाश शर्मा, रमेश चंद्र ओझा, एमएलसी पप्पू भईया, संजय मिश्र, शिव मोहन कौशल,शशि भारद्वाज, बॉबी पाठक, डा. एलपी पालीवाल, डा. विजय गौतम, पुष्पेन्द्र तिवारी, राजेश शर्मा, रमेश दीक्षित, लायक सिंह, रोशन लाल, धीरज प्रताप सिंह, संतोष पाल सिंह, जितेन्द्र मिश्र, प्रवीन मिश्र, ऊषा उपाध्याय, समेत कई लोग मौजूद रहे।