बेहद निराशाजनक और बेकार बजट : नीतीश
पटना (हि.ब्यू.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आम बजट को बेहद निराशजनक और बेकार बताया है। शुक्रवार को विधानसभा परिसर में उन्होंने कहा कि इस बजट में क्षेत्रीय विषमता को दूर करने के लिए कोई पहल नहीं की गई...
पटना (हि.ब्यू.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आम बजट को बेहद निराशजनक और बेकार बताया है। शुक्रवार को विधानसभा परिसर में उन्होंने कहा कि इस बजट में क्षेत्रीय विषमता को दूर करने के लिए कोई पहल नहीं की गई है। वित्तमंत्री में आत्मविश्वास का अभाव दिखा। ऐसा लग रहा है मानों यह लेमडक (कामचलाऊ) सरकार का बजट है, जिसको मालूम है कि आगे क्या होना है?
पूरे बजट में ना तो बढ़ती मंहगाई रोकने की कोई चिंता है और ना ही किसी को राहत पहुंचाने की कोशिश है। सिर्फ बातें बनाई गई हैं। कुल मिलाकर कहें तो बजट में किसी के लिए कुछ भी नहीं है। इससे आम आदमी को कोई फायदा नहीं होने वाला। बजट ने बिहार के लोगों को खास तौर से निराश किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में पिछले कुछ वषों से केंद्र सरकार देश के पूर्वी हिस्से में दूसरी हरित क्रांति की बात कर रही है लेकिन पिछले वर्ष 400 करोड रुपये का मामूली आवंटन किया गया। इसबार वित्तमंत्री ने स्वीकारा है कि पूर्वी क्षेत्रों में उत्पादन में वृद्धि हुई है।
बावजूद इसके बजट में 1000 करोड़ रुपये का ही प्रावधान किया गया। क्या इसी से पूर्वी क्षेत्र में इस वर्ष दूसरी हरित क्रांति आ जाएगी? बिहार में कृषि रोड़ाैप बनाया गया है। उस पर काम हुआ। इसी की बदौलत किसानों ने धान और आलू के उत्पादन का विश्वरिकार्ड कायम किया। बजट में इसकी कोई सराहना नहीं और ना ही इसके लिए किसी तरह की सहायता दी गई है।
बजटपूर्व हमने केन्द्रीय वित्तमंत्री से मुलकात करके उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराया था। बीआरजीएफ में मिल रही सहायता राशि को बढ़ाने का अनुरोध किया गया था। लेकिन, बजट भाषण में बिहार के लिए छोटी-मोटी सहायता तक नहीं दिखी। बजट में भविष्य के लिए कुछ बातें की गयीं है, लेकिन वर्तमान चुनौतियों और समस्याओं के बारे में कुछ नजर नहीं आया। मुझे इससे निराशा हाथ लगी है।