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कोबरा के जहर की तस्करी के लिए यूपी रोडवेज का प्रयोग

यूपी से दिल्ली के बीच कोबरा के जहर की तस्करी के लिए यूपी रोडवेज की बसों का इस्तेमाल किया जा रहा...

कोबरा के जहर की तस्करी के लिए यूपी रोडवेज का प्रयोग
Wed, 14 Mar 2012 09:15 PM
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यूपी से दिल्ली के बीच कोबरा के जहर की तस्करी के लिए यूपी रोडवेज की बसों का इस्तेमाल किया जा रहा है। तस्कर इस जहर को यूपी रोडवेज या किसी अन्य बस में रख देते हैं और तय जगह पर उसकी डिलीवरी हो जाती है। बीते तीन माह के अंदर ही इस तरह की तीन खेप पुलिस पकड़ चुकी है। मंगलवार को पकड़ी गई खेप में जीटीबी पुलिस ने आधा लीटर कोबरा का जहर, एक अजगर व एक दो मुंहा साप यूपी रोडवेज की बस से बरामद किए हैं। 


पुलिस सूत्रों के अनुसार पीपल फोर एनिमल नामक गैर सरकारी संस्था को सूचना मिली थी कि कोबरा का जहर यूपी रोडवेज की बस से दिल्ली होते हुए मेरठ जाएगा। इस जानकारी पर पुलिस टीम ने एनजीओ के साथ संयुक्त रूप से बताई गई बस में छापा मारा। बस की तलाशी लेने पर पुलिस को एक संदिग्ध बैग मिला, जिसे खोलने पर उसके अंदर एक थर्माकोल का डिब्बा मिला। उसके अंदर लगभग आधा लीटर कोबरा का जहर व दो सांप रखे हुए थे। पुलिस ने शक के आधार पर उस सीट के ऊपर बैठे दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है।


एनजीओ से जुड़े सौरभ गुप्ता ने बताया कि अभी तक यह बात सामने आई है कि कोबरा जहर का इस्तेमाल दिल्ली, गुड़गांव व नोएडा के बड़े-बड़े पब व बार में किया जा रहा है। नशे की खेप को दिल्ली लाया जाता है और यहां खपत होने वाली मात्र को रखने के बाद उसे आगे यूपी के लिए भेज दिया जाता है। जीटीबी पुलिस ने फिलहाल इस संबंध में वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें तीन से सात साल तक की सजा हो सकती है।

कैसे इस्तेमाल होता है नशा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोबरा के जहर को डाइल्यूट कर उसका पाउडर बनाया जाता है। लगभग आधे लीटर कोबरा जहर से नशे के लिए लगभग पांच हजार गिलास नशा तैयार होता है। प्रत्येक गिलास की कीमत नशा उपलब्ध कराने वाले पांच से दस हजार रुपये तक वसूलते हैं। यह नशा खासतौर से अमीर व युवा लोगों की पसंद बनता जा रहा है।


जहर के तस्कर नहीं मिलते
पुलिस कुछ ही समय पहले यूपी रोडवेज की बस से दो बार जहर की खेब बरामद कर चुकी है, लेकिन पुलिस के हाथ तस्कर नहीं लग पाते। पुलिस का मानना है कि तस्कर जहर को गाड़ी में कंडक्टर या ड्राइवर से मिलीभगत कर रख देते हैं और तय जगह पर उसकी डिलीवरी यही लोग कर देते हैं। दूसरी तरफ पुलिस लोगों को बस से उतारकर तलाशी लेती है। ऐसे में कोई भी इस जहर या सांप के बैग को अपना नहीं बताता है।

100 कोबरा का जहर
बरामद किया गया जहर लगभग 100 कोबरा को मारकर निकाला गया होगा। पीपल फोर एनिमल संस्था से जुड़े सौरभ गुप्ता ने बताया कि एक कोबरा को मारकर उसके अंदर से लगभग पांच मिलीलीटर जहर निकाला जाता है। इस बार मारे गए छापे में लगभग 500 एमएल जहर मिला है। इस जहर की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये होगी।

 

हाल में पकड़ी गई खेप
13 फरवरी 2012- वेलेंटाइन डे के मौके पर रेव पार्टी में इस्तेमाल के लिए दिल्ली लाया गया आधा लीटर कोबरा जहर व पांच सांप बस की तलाशी में बरामद किए।
5 दिसम्बर 2011- नव वर्ष पर आयोजित होने वाली रेव पार्टी के लिए यूपी रोडवेज की बस में रखकर लाई जा रही 600 एमएल कोबरा का जहर और छह सांप शाहदरा से बरामद।

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