तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दबाव में रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी इस बार बजट में यात्री किराया सीधे-सीधे बढ़ाने से परहेज करेंगे। लेकिन बुधवार को पेश होने होने जा रहे रेल बजट में संरक्षा और आधुनिकीकरण सरचार्ज के जरिए पिछले दरवाजे से यात्रियों की जेब पर बोझ डाला जा सकता है। खास बात यह है कि वित्तीय संकट के बावजूद पश्चिम बंगाल के लिए कई तोहफे होंगे। एसी क्लास के मुसाफिरों के लिए अंतरराष्ट्रीय कैटरिंग कंपनियों की सेवा की घोषणा भी हो सकती है।
रेल मंत्री ने छह मार्च को मालभाड़े में 20 से 28 प्रतिशत की वृद्धि कर 20 हजार करोड़ रुपये (एक वर्ष) का जुगाड़ कर लिया है। यात्रियों पर संरक्षा, आधुनिकीकरण अथवा टर्मिनल यूज सरचार्ज लगाकर पांच हजार करोड़ रुपये जुटाने की संभावना है। इसके अलावा अन्य विकल्प के तहत त्रिवेदी बजट में डायनमिक फेयर पॉलिसी अथवा युक्तिसंगत किराया लागू कर रेलवे की सेहत सुधारने के उपाय कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री के सलाहाकार सैम पित्रोदा की छाया रेल बजट में साफ नजर आएगी। यानी रेल संरक्षा सवरेपरि होगी। महानगरों के बीच हैवी फ्रीक्वेंसी वाले रूट को सुदृढ़ करने की योजना है। इससे अधिक लोड वाली मालगाड़ियां व हाई स्पीड ट्रेनें दौड़ सकेंगी।
सभी प्रमुख स्टेशनों पर इंटरनेट (वाईफाई) की सुविधा होगी। सभी सिग्नल कलर लाइट और ट्रैक के कांटे (सर्विस रूट) ऑटोमैटिक बनाए जाएंगे।