प्रधानमंत्री के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. आर चिदंबरम ने मंगलवार को शंभूनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी (एसआईईटी) के छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश के समुचित विकास के लिए ग्रामीण और शहरी जीवन स्तर को बराबरी पर लाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जितना जरूरी विकास करना है उतना ही जरूरी इस बात का ध्यान रखना भी है कि विकास निरंतर बना रहे। ऐसी तकनीकों के अनुसंधान एवं नवीनीकरण पर बल देना होगा, जिससे कोयला जैसी जीवाष्म ईंधन सामग्री का बेहतर उपयोग हो सके और पर्यावरण प्रदूषित न हो।
डॉ. चिदंबरम ने कहा कि देश की प्रगति के लिए प्रति व्यक्ति ऊर्जा की खपत, महिला साक्षरता को बढ़ाने और बाल मृत्यु दर कम करने की जरूरत है। यह देश की प्रगति के सूचक हैं। उन्होंने कहा कि नाभिकीय ऊर्जा भारत के भविष्य की ऊर्जा होगी। इससे ऊर्जा सुरक्षा के साथ ही जलवायु परिवर्तन से होने वाले खतरे को कम किया जा सकेगा।
इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष डॉ. डीएन तिवारी तथा सचिव डॉ. कौशल तिवारी ने स्वागत किया। निदेशक प्रो. केपी सिंह ने धन्यवाद दिया। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी आरके सिंह, डीन स्टूडेन्ट वेलफेयर प्रो. डीपी अग्निहोत्री, डीन ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेन्ट जेपी मिश्र उपस्थित थे।