फोटो गैलरी

Hindi Newsनौकरी हो या बिजनेस जरूरी हैं 10 नियम

नौकरी हो या बिजनेस जरूरी हैं 10 नियम

व्यक्ति का व्यवहार और बातचीत का तरीका उसके आसपास के परिवेश का निर्धारण करता है। खासतौर पर नौकरी या बिजनेस के क्षेत्र में काम करने वालों की सफलता में एक बड़ी भूमिका लोगों को डील करने की क्षमता पर...

नौकरी हो या बिजनेस जरूरी हैं 10 नियम
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 01 Mar 2012 09:28 PM
ऐप पर पढ़ें

व्यक्ति का व्यवहार और बातचीत का तरीका उसके आसपास के परिवेश का निर्धारण करता है। खासतौर पर नौकरी या बिजनेस के क्षेत्र में काम करने वालों की सफलता में एक बड़ी भूमिका लोगों को डील करने की क्षमता पर निर्भर होती है। जवाबदेह बनें, स्पष्ट बोलें, अपशब्दों का इस्तेमाल न करें, इसके साथ कौन-सेअन्य दिशा-निर्देश हैं, जो आपके करियर में प्रभावी बदलाव ला सकते हैं, जानने के लिए पढ़ें यह लेख

आपको इंटरपर्सनल स्किल्स यानी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के साथ बातचीत और व्यवहार करने का कौशल और नौकरी का कुछ संबंध नजर आता है? गूगल की एक रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर प्रभावी मैनेजर पहले मनुष्य होते हैं, तकनीकी विशेषज्ञ बाद में। इसी तरह प्रसिद्ध उद्यमी और निवेशक जॉन डी रॉकफेलर के अनुसार, ‘मैं किसी भी अन्य स्किल से अधिक महत्व उम्मीदवार की दूसरों को डील करने की क्षमता को देता हूं।’ यहां बातचीत और बिजनेस व्यवहार से जुड़े 10 नियम बताए जा रहे हैं, जो करियर में उपयोगी साबित हो सकते हैं।

सकारात्मक सोच
हर व्यक्ति के जीवन में बुरे दिन आते हैं, पर इसका आशय यह नहीं कि आप दूसरों से गलत व्यवहार करें। रूखा व्यवहार, अड़ियलपन, अनियंत्रित क्रोध, हर समय दुखी रहना आपके करियर पर भारी पड़ सकता है और वरिष्ठों की नजर में आपको अप्रिय बना सकता है।

सबके सामने न करें आलोचना
यदि आप किसी स्थिति या व्यक्ति के प्रदर्शन में सुधार लाना चाहते हैं तो सबके सामने उनके काम की आलोचना करना सबसे खराब तरीका है। इससे समस्या का हल भी नहीं होगा और दूसरा व्यक्ति खुद को अपमानित भी महसूस करेगा। यदि आप वरिष्ठ स्तर पर हैं तो यह भी आशंका है कि इससे आपका तेजी से विरोध होना शुरू हो जाए। ध्यान रखें, जिसके बारे में ऑफिस गॉसिपिंग की जा रही है, उससे अधिक नुकसान गॉसिपिंग करने वालों का होता है।

नाम याद रखें
हमें अपने सभी मिलने-जुलने वालों के नाम याद नहीं रहते। लोगों से दोबारा नाम पूछना भी किसी तरह से गलत नहीं है। खेद जताते हुए आप पूरी विनम्रता से उनका नाम पूछ सकते हैं, लेकिन किसी व्यक्ति का गलत नाम लिखना, लिखते समय वर्तनी की जांच न करना निश्चित रूप से गलत है। यह लापरवाही और आलस को दिखाता है और करियर को नुकसान पहुंचा सकता है। खुद से मानना कि आप किसी को भी उनके पहले नाम से बुला सकते हैं, एक बड़ी गलती है। वर्तमान वैश्विक बाजार में एक साथ चार पीढ़ी काम कर रही हैं। अपने नाम का इस्तेमाल किस तरह किया जाए, इस संबंध में सबकी सोच अलग देखने को मिलती है।

अपशब्द न बोलें
अंग्रेजी का काइंड शब्द यानी नम्र या दयालु पूरी तरह वर्कप्लेस के लिए बना है। अश्लीलता, खराब व्याकरण और ठेठ देशज शब्दों को अपनी सोच और मानकों के आधार पर इस्तेमाल न करें। बातचीत में इन शब्दों के अधिक इस्तेमाल करने वालों को रिक्रूटर्स पसंद नहीं करते। इसकी जगह प्लीज, थैंक यू और एक्सक्यूज मी आदि शब्द कार्यस्थल पर आपकी बातचीत को प्रभावी बनाते हैं।

टेलिफोन पर धीरे और स्पष्ट बोलें
एसएमएस, ई-मेल और हर समय लिखने में व्यस्त रहने के कारण हम भूल गए हैं कि सुनने में हमारी आवाज और बातचीत कैसी लगती है। यानी दूसरा पक्ष जो हमें सुन रहा है, उसकी हमारे लिए क्या राय बन रही है। आपकी मुस्कान आवाज में भी महसूस की जा सकती है।  जहां तक संभव हो, मुस्कान को बनाए रखें। यदि आप बिजनेस संबंधी बातचीत कर रहे हैं तो आपका चिड़चिड़ापन और रूखा रवैया भारी पड़ सकता है।

उचित परिधान पहनें
कार्यस्थल के ड्रेस कोड के अनुरूप ही परिधान पहनें। यदि आपको इसकी जानकारी नहीं है तो एचआर से पूछ लें। अच्छी तरह खुद को प्रस्तुत करना फैशन या स्टाइलिश होने से कई गुणा अधिक जरूरी है। 

स्पष्ट संदेश लें
इस बात को सुनिश्चित कर लें कि सामने वाले व्यक्ति ने जो आपसे कहा है, आपने उसे सही संदेश और अर्थों के साथ ग्रहण किया है या नहीं। दूसरे के द्वारा दिए गए संदेश को स्पष्ट, सही और पूरे भाव के साथ स्वीकार करें।

शिष्टाचार का पालन
बिजनेस समारोह में सामाजिक शिष्टाचार का पालन करें।  शिष्ट व्यवहार आपके सामान्य ज्ञान व व्यवहार को दर्शाता है। आपको मिले आमंत्रणों का सही ढंग से जवाब दें, बिना आज्ञा के किसी के यहां न जाएं। अच्छे मेजबान की तरह मेहमान की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है।

जवाबदेह बनें
हम सभी गलतियां करते हैं, पर किसी अन्य पर अपनी गलती को थोपना सही नहीं है। आप सब कुछ नहीं जानते या अपनी गलती को स्वीकार कर लेना शर्म की बात नहीं है। हां, पर अपनी गलतियों पर ध्यान नहीं देना आपके करियर को नुकसान पहुंचाता है।

समय के पाबंद
सत्ता या कार्यों में आगे रहने वाले दूसरों को प्रतीक्षा में रखते हैं, फिर चाहे यह मीटिंग हो, ई-मेल, टेलीफोन कॉल या फिर पत्र आदि व्यवहार। यानी जहां अधिकतर लोग कुछ करने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे होते हैं, वहीं कुछ लोग अपने काम को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा कर लेते हैं। यदि आप अपना काम सही समय पर करने के पाबंद नहीं हैं, अक्सर बारी का इंतजार ही करते हैं तो यह आपके और करियर के लिए घातक होगा। आखिर में हर कोई व्यस्त है, सबका समय मूल्यवान है, आपका हर काम में देरी करना आप में कार्यो को व्यवस्थित तरीके से करने की क्षमता की कमी को दिखाता है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें