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मनोरंजन और नैतिकता के मिश्रण से बचे : कल्कि

बड़े पर्दे पर महिलाओं का बोल्ड चित्रण करने का समर्थन करने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कल्कि कोचलिन ने कहा है कि फिल्म निर्माताओं को एक नैतिक कहानी के साथ मनोरंजन का मिश्रण करने से बचना...

मनोरंजन और नैतिकता के मिश्रण से बचे : कल्कि
Sun, 12 Feb 2012 05:11 PM
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बड़े पर्दे पर महिलाओं का बोल्ड चित्रण करने का समर्थन करने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कल्कि कोचलिन ने कहा है कि फिल्म निर्माताओं को एक नैतिक कहानी के साथ मनोरंजन का मिश्रण करने से बचना चाहिए।

साथ ही उनका मानना है कि यही समय है, जब बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं को फिर से बैठकर व्यावसायिक सिनेमा के विकल्पों पर विचार करना चाहिए।

कल्कि (28) ने बताया कि मैंने कई बार देखा है, व्यावसायिक सिनेमा के साथ ऐसा क्या गलत हो जाता है कि उसके पास विषय नहीं होता, लेकिन लोग एक एक्शन फिल्म बनाते हैं और उसे ज्ञान देते हुए समाप्त कर देते हैं।

दबंग को अपनी पसंदीदा मसाला फिल्मों में से एक मानने वाली कल्कि ने कहा कि बहुत से लोग अब भी फिल्म की कहानी लिखते वक्त अस्पष्ट रहते हैं। वे एक गंभीर विषय और हल्के विषय को एक साथ कहानी में डाल देते हैं। वे हर किसी को खुश करने की कोशिश में एक ही फिल्म में सारी चीजें डालने का प्रयास करते हैं।

अपने पति अनुराग कश्यप के साथ मिलकर 'देट गर्ल इन येलौ बूट्स' की कहानी लिखने वाली फ्रेंच मूल की भारतीय अभिनेत्री मानती हैं कि कुछ फिल्म निर्माता ही व्यावसायिक मनोरंजक फिल्मों पर ध्यान केन्द्रित किए हुए हैं।

मैं समझती हूं कि इम्तियाज अली बॉलीवुड के ऐसे लोगों में से हैं, जो व्यावसायिक फिल्में बना रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद उनकी फिल्मों में भी थोड़ी वास्तविकता है। कल्कि ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरूआत 2009 में 'देव डी' से की थी। इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया था, जो एक एमएमएस कांड की शिकार हो जाती है और अंत में वेश्या बन जाती है।

इसके बाद उन्होंने 'शैतान', 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा', 'देट गर्ल इन येलौ बूट्स', और 'माइ फ्रेंड पिंटो' जैसी फिल्मों में भी काम किया।

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