माओवाद, आतंकवाद, कट्टरपंथ प्रमुख चुनौतियां: मनमोहन
प्रधानमंत्री ने कहा कि माओवादी हिंसा, सीमा पार से आतंकवाद, धार्मिक कट्टरपंथ और जातिवादी हिंसा आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर प्रमुख चुनौतियां हैं और उनसे सुदृढ़ एवं कारगर रूप से निबटने की आवश्यकता...
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि माओवादी हिंसा, सीमा पार से आतंकवाद, धार्मिक कट्टरपंथ और जातिवादी हिंसा आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर प्रमुख चुनौतियां हैं और उनसे सुदृढ़ एवं कारगर रूप से निबटने की आवश्यकता है।
मुख्य सचिवों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार राज्यों को इस दिशा में किए जाने वाले प्रयासों में हर संभव सहायता देना जारी रखेगी। सिंह ने कहा कि गंभीर चुनौतियां और खतरे, प्रमुख रूप से वामपंथी उग्रवाद, सीमा पार से आतंकवाद, धार्मिक कट्टरवादिता और जातिवादी हिंसा अब भी मौजूद हैं। इनसे सुदृढ़ और कारगर रूप से निबटने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर स्थिति कुल मिलाकर स्थिर रही है। उन्होंने शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए राज्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मैं राज्यों को यह सुनिश्चित करने के लिए बधाई देता हूं कि पिछले एक वर्ष में आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर स्थिति कुल मिलाकर स्थिर रही है।
सिंह ने कहा कि आपदा प्रबंधन भी एक अन्य क्षेत्र है जिसकी ओर व्यवस्थित रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है।