तख्तापलट हुआ तो सेना के साथः मुशर्रफ
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि उन्हें पूरा यकीन है कि सेना उनके देश में सैन्य तख्तापलट का रास्ता नहीं अपनाएगी, लेकिन यदि वह ऐसा करती है तो वह उसका समर्थन...
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि उन्हें पूरा यकीन है कि सेना उनके देश में सैन्य तख्तापलट का रास्ता नहीं अपनाएगी, लेकिन यदि वह ऐसा करती है तो वह उसका समर्थन करेंगे।
मुशर्रफ ने एक निजी टेलीविजन के साथ बातचीत में कहा कि मुझे नहीं लगता कि सेना देश की सत्ता अपने हाथ में लेने का इरादा रखती है। वातावरण सैन्य तख्तापलट के अनुरूप नहीं है। मुझे लगता है कि सेना यह अच्छी तरह से समझती है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह सैन्य तख्तापलट का समर्थन करते हैं, मुशर्रफ ने कहा, मुझे पूरा यकीन है कि सैन्य तख्तापलट नहीं होगा, लेकिन मेरा समर्थन सेना को हमेशा रहेगा। मैं सेना में रहा हूं और मैं कभी भी सेना के खिलाफ होने की नहीं सोच सकता। मैं सेना के साथ हूं और सेना के साथ ही रहूंगा।
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के साथ गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यदि वे गठबंधन चाहेंगे तो मैं निश्चित रूप से गठबंधन करूंगा। इस महीने के अंत में स्वनिर्वासन से पाकिस्तान वापस लौटने की योजना बनाने वाले मुशर्रफ ने कहा, हमें तीसरे राजनीतिक विकल्प के साथ आना होगा क्योंकि वर्तमान में मौजूद दो राजनीतिक विकल्प पूर्व में और वर्तमान में प्रयास के बाद असफल हुए हैं। एक ऐसे गठबंधन की जरूरत है जो कि पाकिस्तान में एक तीसरा राजनीतिक विकल्प प्रदान कर सकता है।
उन्होंने कहा कि उन्हें खान की पार्टी में उन लोगों के बारे में जानकारी है जो यह कहते रहते हैं कि वे उनके साथ गठबंधन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन उनके पास दूरदर्शिता नहीं है, उन्हें नहीं पता कि वह क्या बात कर रहे हैं। वे चुनाव मैदान में जाते हैं, हारते हैं और जब जनता वही पार्टी फिर चुनती है तो पाकिस्तान प्रभावित होता है।
उन्होंने इस बात को जोरदार ढंग से खारिज कर दिया कि यदि गठबंधन सत्ता में आता है तो वह खान के अधीन काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं उनके अधीन काम नहीं कर सकता। मैं बाहर रह सकता हूं मैं किसी के अधीन काम नहीं करूंगा।