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कोहरे ने थाम दी शहर की रफ्तार

गाजियाबाद। सोमवार सुबह से कोहर ने शहर की रफ्तार थाम दी। सुबह से शुरू हुए कोहरे से एनएच 58, एनएच 24 और जीटी रोड पर जगह-जगह जाम लग गया। तापमान में कुछ सुधार जरुर हुआ, लेकिन दृश्यता पचास मीटर...

कोहरे ने थाम दी शहर की रफ्तार
Tue, 20 Dec 2011 01:31 AM
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गाजियाबाद। सोमवार सुबह से कोहर ने शहर की रफ्तार थाम दी। सुबह से शुरू हुए कोहरे से एनएच 58, एनएच 24 और जीटी रोड पर जगह-जगह जाम लग गया। तापमान में कुछ सुधार जरुर हुआ, लेकिन दृश्यता पचास मीटर से नीचे चली गई। मौसम विभाग का कहना है कि कुछ दिन और एनसीआर को कोहने की मार झेलनी होगी। अधिकतम तापमान-19.9 न्यूनतम-3.0 दृश्यता-50 मीटर से कम जाम प्वाइंटएनएच 24: लालकुआं, विजयनगर, मॉडल टाउन, यूपी गेट, छजारसी कटजीटी रोड: चौधरी मोड, ठाकुरद्वारा, घंटाघर, मोहननगर, हिंडनपुल, नया बस अड्डा एनएच 58: हुंडई चौराहा, एएलटी कट, घूकना मोड़पचास हजार दैनिक यात्रियों की हुई फजीहत

-लोकल ट्रेनों पर कोहरे का कहर, दस घंटे तक विलंब से आई ट्रेन

गाजियाबाद। कार्यालय संवाददाता। हरीश सुबह 7:20 पर ईएमयू ट्रेन में बैठकर साहिबाबाद के लिए रवाना हुए। ट्रेन को दस मिनट के बाद साहिबाबाद स्टेशन पहुंचना था लेकिन ट्रेन 7:50 पर पहुंची।

गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाली सभी ट्रेनों की स्थिति यहीं रही। लंबी दूरी से आने वाली ट्रेन स्टेशन पर आठ से 15 घंटे की देरी से आई। घने कोहरे के कारण ट्रेनों ने नई दिल्ली तक का सफर 45 मिनट के बजाय करीब डेढ घंटे में पूरी किया। अलीगढ़ खुर्जा से आने वाले ईएमयू ट्रेनों के पहियों पर तो मानो ब्रेक ही लग गए।

जो ट्रेन समय पर गाजियाबाद से रवाना हुई वह भी कोहरे के कारण स्पीड़ नहीं पकड़ सकी। इस कारण यहां से रोजाना सफर करने वाले 50 हजार से ज्यादा दैनिक यात्री परेशान रहे।

विलंब से आने वाली ट्रेन नीलांचल एक्सप्रेस-24 घंटेमूरी एक्सप्रेस-15 घंटेमहानंदा एक्सप्रेस-17 घंटेकालका मेल-15 घंटेकैफियात एक्सप्रेस-18 घंटेरीवा एक्सप्रेस-15 घंटेकटिहार अमृतसर एक्सप्रेस-10 घंटे पुरुषोत्तम एक्सप्रेस-10 घंटे प्रयागराज एक्सप्रेस-8 घंटे वैशाली एक्सप्रेस-7:30 घंटे ब्रह्मपुत्र मेल-7:30 घंटे श्रमजीवी एक्सप्रेस-6 घंटे-

जिला अस्पताल में कम पहुंचे मरीज गाजियाबाद। कोहरे के कारण जिला अस्पताल में सुबह के समय मरीज दिखाई नहीं दिए। सुबह आठ बजे पर्ची काउंटर पर मात्र तीस से चालीस मरीज ही रहे। स्वास्थ्य अधिकारियों की माने तो मरीजों की भीड़ दस बजे के बाद ही आनी शुरू हुई।

सोमवार को ओपीडी में मात्र 1200 मरीज ही आए। जिला अस्पताल के स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. ताराचंद के मुताबिक ओपीडी में आने वाले मरीजों में अधिकतर चिलबिलेन से परेशान हैं। यह समस्या अधिकतर ठंडे पानी में काम करने वाली महिलाओं के साथ है। त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. भावुक मित्तल मुताबिक ठंड में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गई है जिनके हाथ व पैरों की उंगलियां ठंड के कारण सूज गई है।

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