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चार घंटे डकैतों के कब्जे में रही पॉश कालोनी

शिवपुर स्थित शुद्धीपुर की पॉश कालोनी गौतम गार्डेन शुक्रवार की रात साढ़े चार घंटे तक डकैतों के कब्जे में रही। करीब 12 नकाबपोश डकैतों ने तीन घरों में धावा बोलकर लोगों को बंधक बना लिया और जमकर लूटपाट...

चार घंटे डकैतों के कब्जे में रही पॉश कालोनी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 17 Dec 2011 10:11 PM
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शिवपुर स्थित शुद्धीपुर की पॉश कालोनी गौतम गार्डेन शुक्रवार की रात साढ़े चार घंटे तक डकैतों के कब्जे में रही। करीब 12 नकाबपोश डकैतों ने तीन घरों में धावा बोलकर लोगों को बंधक बना लिया और जमकर लूटपाट की। तीनों स्थानों से डकैतों के हाथ करीब 10 लाख का माल लगा है। डकैतों ने एक और घर में धावा बोला लेकिन लोगों के जाग जाने से भाग निकले। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसपी सिटी मानसिंह चौहान ने जासूसी कुतिया मंगायी। कुतिया कॉलोनी के बाहर जीटी रोड के किनारे बंजारों की बस्ती के समीप आकर रुक गयी।

शुक्रवार की रात करीब एक बजे डकैतों ने सबसे पहले लखनऊ में तैनात सीबीआई इंस्पेक्टर राघवेंद्र सिंह के दो मंजिला आलीशान मकान को निशाना बनाया। मकान को एस्सार कंपनी गेस्ट हाउस के रूप में इस्तेमाल करती है। पैंट, शर्ट, बंदर टोपी और मफलर से मुंह बांधे बदमाश असलहे और नुकीले लोहे के औजार संग चहारदीवारी फांदकर गेस्ट हाउस में घुस गए। दरवाजा चांड़कर खोलते ही मैनेजर हैदर मिला। हैदर को डराया-धमकाया और मोबाइल लेकर बैटरी व सिम निकाल दी। कमरे में रखी एलसीडी, दस हजार रुपये ले लिये। बेडशीट फाड़कर हैदर का हाथ-पैर व मुंह बांध दिया और उसे बाथरूम में बंद कर दिया। यहां से डकैत पड़ोस के लेक्चरर अमिताभ राव के आवास में घुसे। गैलरी का दरवाजा चांड़कर खोल दिया। तब तक ऊपरी मंजिल में मौजूद उनकी पत्नी व यूपी कॉलेज की लेक्चरर अनीता राव, पुत्र उत्कर्ष व किरायेदार की नींद खुल गयी। कमरों की लाइटें जलाकर सभी ताकझांक करने लगे।

लोगों को जागने से डकैत यहां से चले गए। यहां से निकले डकैत कुछ दूरी पर स्थित सीवान में तैनात रेलवे के सहायक मंडल अभियंता अनिल कुमार सिन्हा के घर में घुसे। गेट की कुंडी तोड़कर ड्राइंग रूम में पहुंचे। बगल के कमरे से सो रही बेटी अर्पणा (15), शिवांगी (12) व पुत्र हर्ष (10) को कब्जे में ले लिया। असलहाधारियों को देख बच्चाे दहशत के मारे खुद ही रजाई ओढ़कर सो गए। आठ बदमाश अनिल व पत्नी सुमन के कमरे में पहुंच गए। आहट पर नींद खुली तो असलहा सटा दिया। विरोध करने पर अनिल के पेट, पीठ और पैर पर नुकीले औजार से हमलाकर घायल कर दिया। डरा-धमकाकर आलमरी व लॉकर की चाभी ले ली और सुमन की सोने की अंगूठी, चेन भी उतरवा ली। आलमारी से हार, मंगलसूत्र, झुमका, 4 चूड़ी, 20 हजार रुपये समेत चार लाख का माल समेट लिए। अभियंता के फ्रिज से शराब की बोतल निकाला, किचन से खाने का सामान लिया और ड्राइंग रूम में बैठकर आधे घंटे तक खाते-पीते रहे। इसी दौरान कुछ बदमाश सामने सीपीडब्ल्यूडी के अभियंता अनीस गुप्ता के मकान में चहारदीवारी फांदकर घुस गए। गेट की कुंडी चटकायी तो उनका ड्राइवर उमा प्रसाद जग गया। उसे पीटा और गमछे से हाथ-पैर, मुंह बांध दिया। फिर बदमाश अंदर का दरवाजा तोड़कर अवनीश कुमार गुप्ता के कमरे में घुस गए। अवनीश और उनकी पत्नी की भी अंगूठी, चेन, बाली उतरवा ली। बेडशीट फाड़कर दोनों पति-पत्नी का भी हाथ-पैर बांध दिया। दम्पति के साथ पांच साल का उनका बच्चा भी बंधक रहा। लूटपाट करने के बाद करीब साढ़े चार डकैत यहां से भाग निकले। अवनीश तो इतने डर गए कि कितने की लूट हुई यह भी बताने की स्थिति में नहीं हैं। उनके साथी ने चार लाख से अधिक की लूट की आशंका जतायी है। गेस्ट हाउस में मैनेजर हैदर को वहां के एक कर्मचारी राजेश ने मुक्त कराया। सुबह साढ़े 5 बजे अनिल सिन्हा व पत्नी को उनके बच्चों ने और ड्राइवर उमा ने खुद का बंधन छुड़ाकर अभियंता अवनीश व पत्नी को मुक्त किया।

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