नवम्बर में मुद्रास्फीति की दर 9.11 प्रतिशत
थोक मूल्य पर आधारित देश की वार्षिक महंगाई दर अब भी उच्च दर पर बनी हुई है। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, नवम्बर में मुद्रास्फीति की दर 9.11 प्रतिशत...
थोक मूल्य पर आधारित देश की वार्षिक महंगाई दर अब भी उच्च दर पर बनी हुई है। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, नवम्बर में मुद्रास्फीति की दर 9.11 प्रतिशत रही।
ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरें कम किए जाने की सम्भावनाओं को भी झटका लग सकता है, क्योंकि ऊंची महंगाई दर को देखते हुए रिजर्व बैंक को कठोर मौद्रिक नीति बरकरार रखनी पड़ सकती है, बेशक दरों में और वृद्धि वह भले ही न करे। भारतीय रिजर्व बैंक शुक्रवार को अपनी मौद्रिक नीति की मध्य-तिमाही समीक्षा करने जा रहा है।
मुद्रास्फीति की दर दो साल से ज्यादा अर्से से लगातार ऊंची बनी हुई है। नवम्बर लगातार 12वां महीना रहा, जब वार्षिक मुद्रास्फीति की दर नौ प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई।
रुपये की कीमत में गिरावट लघुअवधि का एक अलग खतरा है। रुपये में लगातार हो रही गिरावट से आयात, खासकर पेट्रोलियम पदार्थो के आयात की लागत बढ़ने से महंगाई दर और बढ़ सकती है।