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पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट : सेहत अब आपके हाथ

विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के अनुसार, स्वास्थ्य का अर्थ ‘पूर्ण रूप से शारीरिक, मानसिक व सामाजिक स्वास्थ्य की अवस्था है, न कि किसी तरह की बीमारियों या दुर्बलताओं का...

पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट : सेहत अब आपके हाथ
Tue, 13 Dec 2011 04:52 PM
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विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के अनुसार, स्वास्थ्य का अर्थ ‘पूर्ण रूप से शारीरिक, मानसिक व सामाजिक स्वास्थ्य की अवस्था है, न कि किसी तरह की बीमारियों या दुर्बलताओं का होना। जहां एक तरफ मेडिकल प्रोफेशनल्स रोगियों को मेडिकल सेवाएं प्रदान कर व्यक्तिगत स्तर पर इस काम को हकीकत में बदलने का काम करते हैं, वहीं पब्लिक हेल्थ प्रोफेशनल्स यानी सार्वजनिक स्वास्थ कर्मी पूरी जनसंख्या के स्वास्थ्य के लिए काम करते हैं।

डॉक्टर्स के विपरीत पब्लिक हेल्थ प्रोफेशनल्स रोगियों को देखने या क्लीनिकल सेवाएं देने का कार्य नहीं करते। बजाए इसके पब्लिक हेल्थ प्रोफेशनल में अलग-अलग क्षेत्रों, जैसे वैज्ञानिक, अर्थशास्त्री, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मी, प्रबंधक, न्यूट्रीशनिस्ट, इतिहासकार, महामारी के शोधकर्ता, जैव-सांख्यिकीविद्, लोक नीति विशेषज्ञ, मानवविज्ञानी, सामाजिक कार्यकर्ता जैसे प्रशिक्षित लोग शामिल होते हैं।

वेतन
स्वास्थ से जुड़े कार्यक्रमों को लागू कराने वाली टीम के सदस्य के रूप में शुरुआत करने वालों का वेतन 10 हजार रुपये से शुरू होकर 40 हजार रुपये प्रति माह है, जबकि अनुसंधान कार्य में अपना भविष्य आजमाने वालों के वेतन की शुरुआत 15 हजार रुपये से बढ़ते हुए 1 लाख रुपये प्रति माह है। जो प्रोफेशनल्स अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ कार्य करते हैं, उनका वेतन समय के साथ और अधिक होता है।

कौशल
इस क्षेत्र में कौशल और योग्यताएं एक व्यक्ति की दूसरे व्यक्ति से अलग-अलग हो सकती हैं। मिसाल के तौर पर एक जैव-सांख्यिकीविद् के लिए परिमाण संबंधी और विश्लेषण का कौशल होना जरूरी है व संचार प्रमुख के लिए भाषा पर पकड़ और रचनात्मक कौशल अनिवार्य है। लेकिन आमतौर पर अनिवार्यताएं कुछ इस प्रकार से रहती हैं-
- प्रबंधकीय कौशल 
- परियोजना प्रबंधन का कौशल
- निर्णय लेने की क्षमता 
- सामाजिक प्रतिबद्धता

कैसे पहुंचें
विभिन्न पृष्ठभूमियों से आए लोग बतौर पब्लिक हेल्थ प्रोफेशनल अपना करियर बना सकते हैं। सार्वजनिक स्वास्थ कर्मी बनने के लिए जनता की सेहत व उनके कल्याण में रुचि रखने के अलावा कोई एक रास्ता या अनिवार्यता नहीं है। हालांकि स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर विशेष पाठयक्रम हैं, जो हमें सार्वजनिक स्वास्थ्य में विशेष प्रशिक्षण मुहैया कराते हैं। सबसे प्रख्यात पाठय़क्रम सार्वजनिक स्वास्थ्य में स्नातकोत्तर यानी एमपीएच है, जिसमें छात्र अपनी रुचि के किसी खास क्षेत्र पर फोकस कर सकते हैं।

संस्थान
- पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया, नई दिल्ली
  वेबसाइट : www.phfi.org
- इंडियन इंस्टीटय़ूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, गुड़गांव, गांधीनगर, हैदराबाद और शिलांग
  वेबसाइट : www.phfi.org
- नेशनल इंस्टीटय़ूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, नई दिल्ली
  वेबसाइट : www.nihfw.org 
- ऑल इंडिया इंस्टीटय़ूट ऑफ हाइजीन एंड पब्लिक हेल्थ, कोलकाता
  वेबसाइट : www.aiihph.gov.in
- पोस्टग्रेजुएट इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़
  वेबसाइट :  http://pgimer.nic.in 
- बीआईटीएस पिलानी
  वेबसाइट : www.bits-pilani.ac.in 

नफा-नुकसान
- आपके प्रयासों से कई लोगों की जिंदगी में बदलाव आते हैं- यह संतुष्टि का एक बड़ा स्नोत है
- मौजूदा समय में ज्यादातर नौकरियां सरकारी क्षेत्र और एनजीओ क्षेत्र में हैं
- भारत में पब्लिक हेल्थ करियर के लिहाज से अभी नया क्षेत्र है
- इस काम में आपको यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं और हो सकता है आपको ग्रामीण या दूर-दराज के इलाकों  में काम के लिए जाना पड़े।

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