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यातायात पर स्कूल प्रबंधन की तय होगी जिम्मेदारी

स्कूली वाहनों व कम उम्र के बच्चों द्वारा यातायात व्यवस्था में बरती जा रही अनिमितताओं को लेकर अब स्कूल प्रबंधन पल्ला नहीं झाड़...

यातायात पर स्कूल प्रबंधन की तय होगी जिम्मेदारी
Sat, 10 Dec 2011 09:48 PM
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स्कूली वाहनों व कम उम्र के बच्चों द्वारा यातायात व्यवस्था में बरती जा रही अनिमितताओं को लेकर अब स्कूल प्रबंधन पल्ला नहीं झाड़ पाएंगे। इसके लिए अब स्कूल प्रबंधनों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। इस मसले पर व्यापक स्तर पर मंथन किए जाने को लेकर पुलिस कमिश्नर ने बुधवार को शहर के लगभग बड़े स्कूलों के प्रिसिंपल सहित अभिभावकों, समाजसेवियों व वैन-बस चालकों की संयुक्त बैठक बुलाई है। इसमें इस मसले पर आमराय से महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा।


 गौरतलब है कि हाईकोर्ट हरियाणा-पंजाब के एक आदेश के बाद पुलिस ने स्कूली वाहनों समेत वाहन चलाने वाले कम उम्र के छात्रों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत छात्रों के वाहनों को जब्त भी किया जाने लगा। पुलिस की इस कार्रवाई को सराहना के साथ विरोध भी ङोलना पड़ रहा है। अभिभावकों का आरोप है कि पुलिस बच्चाों के साथ ज्यादती कर रही है, जबकि पुलिस और कानून इससे कानूनन जुर्म मानता है। इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अब स्कूल प्रबंधनों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में जुट गई है।

इस मामले में उनकी जिम्मेदारियां तय करने का निर्णय लिया गया है।
 उल्लेखनीय है कि स्कूल प्रबंधन यह कहते आए हैं कि स्कूल वैन से बच्चों को भेजने एवं छात्रों के वाहनों से आने के लिए अभिभावक जिम्मेदार है। इससे स्कूल का कोई लेना-देना नहीं है। इस मसले पर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर अनिल कुमार राव का कहना है कि बच्चाे स्कूल में पढ़ने जाते हैं। इसके चलते जितनी जिम्मेदारी बच्चे की सुरक्षा की परिजनों की है, उतनी ही स्कूल प्रबंधनों की भी है।

इससे वे अपने को अलग नहीं कर सकते हैं। इसे लेकर बुधवार को ग्रैंड कोलंबस स्कूल में बैठक बुलाई गई है। इसमें शहर के करीब डेढ़ सौ से ज्यादा स्कूलों के प्रिंसिपलों, स्कूल वैन चालकों, अभिभावकों, पुलिस अधिकारियों और सड़क सुरक्षा के लिए काम कर रही स्वयंसेवी संस्थाओं के लोगों को बुलाया गया है, जो इस मसले पर राय रखेंगे और व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आम निर्णय लेंगे। पहले यह बैठक शनिवार को ही होनी थी, लेकिन किसी कारणों से इसे चार दिनों के लिए बढ़ाया गया है।

इन बिंदुओ पर होगी चर्चा
-स्कूल वैन को पटरी पर लाने की
-स्कूल बसों को व्यवस्थित करने की
-स्कूली बच्चाों के वाहन चलाने पर
-स्कूलों में ट्रैफिक कमेटी बनाने पर
-स्कूलों द्वारा नियमित रूप से बच्चाों के लिए ट्रैफिक कक्षाएं चलाने पर
-स्कूल वैनों पर ओवरलोडिंग, ट्रैफिक गाइडलाइन के तहत जरूरी बातें

कैलाश शर्मा, अभिभावक एकता मंच: छात्रों के मामले में स्कूलों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। वे इससे बच नहीं सकते । पुलिस को बच्चाों के बजाय उन्हें मौत का साधन देने वाले परिजनों पर कार्रवाई करनी चाहिए।

अनिल कुमार राव, जेसीपी: स्कूल प्रबंधन द्वारा पल्ला झाड़ने मात्र से बात नहीं बनती। उन्हें जवाबदेह होना होगा। इसी को लेकर उन्हें बुलाया जा रहा है।

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