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पिछड़ा नहीं रहेगा पलामू क्षेत्र

मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने पलामू प्रमंडल के लोगों को भरोसा दिया है कि यह क्षेत्र अब पिछड़ा नहीं रहेगा। पूरा पलामू प्रमंडल उनकी प्राथमिकता सूची में शामिल हो गया है। अपनी सड़क यात्रा के दूसरे दिन...

पिछड़ा नहीं रहेगा पलामू क्षेत्र
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 09 Dec 2011 01:17 AM
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मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने पलामू प्रमंडल के लोगों को भरोसा दिया है कि यह क्षेत्र अब पिछड़ा नहीं रहेगा। पूरा पलामू प्रमंडल उनकी प्राथमिकता सूची में शामिल हो गया है। अपनी सड़क यात्रा के दूसरे दिन गुरुवार को सुबह स्थानीय सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम ने कई बातें कहीं, सवालों के जवाब दिए और फिर सड़क का जायजा लेने छतरपुर के लिए निकले।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्सर चीजों को सतही तौर पर देखा जाता है। इससे पर्याप्त लाभ नहीं मिला। वह दुमका के बाद पलामू आए हैं, ताकि सभी चीजों को धरातल पर देख-समझ सकें। समयबद्ध तरीके से काम पूरा करने की पहल हो सके। उन्होंने पलामू की दो मुख्य सड़कें एनएच 75 और एनएच 98 की बदहाली और हटिया ग्रिड से पलामू को सीधे पावर सप्लाई शुरू नहीं होने के लिए केंद्र को जिम्मेवार बताया।

उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए पांच सौ से अधिक योजनाएं केंद्र के पास लंबित थीं। पिछली बैठक के बावजूद 150 मामले लंबित हैं। हटिया-मेदिनीनगर ट्रांसमिशन लाइन भी इसमें एक है। उन्होंने कहा कि झारखंड बिजली बोर्ड के चेयरमैन को उन्होंने मेदिनीनगर बुलाया है, ताकि मामले की समीक्षा कर काम पूरा होने की समय सीमा तय की जा सके।

सीएम ने बताया कि नेशनल पावर ग्रिड ने आश्वस्त किया है कि फरवरी 2012 तक 5000 मेगावाट बिजली झारखंड ले सकेगा। जपला सीमेंट फैक्ट्री से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि निजी सेक्टर की कंपनी होने और उसकी टेक्नोलॉजी पुरानी होने के बावजूद सरकार सहयोग को तैयार है।

प्रेस कांफ्रेंस में गृह सचिव जेबी तुबिद, आयुक्त अजय कुमार सिंह, डीसी पूजा सिंघल और भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह भी उपस्थित थे। दोपहर बाद साढ़े तीन बजे मेदिनीनगर लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ विकास योजनाओं की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए।हत्या पर न करें राजनीति धनबाद के कोयला व्यवसायी सुरेश सिंह की हत्या के मामले को सीएम से गंभीर करार दिया।

उन्होंने कहा कि इसका राजनीतिकरण किया जा रहा है। सीएम बोले’ प्रमंडल अब हमारी प्राथमिकता सूची में, समयबद्ध तरीके से काम पूरा कराने की होगी पहल’ सड़क की दुर्दशा पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है’ जलापूर्ति के लिए इंटरनेशनल संस्थाओं को लगाया गया है’ राज्य में शिक्षकों की बहाली जल्दी ही की जाएगी’ सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की मॉनिटरिंग पंचायत करेंगीऐसी सड़क पर लोग चलते कैसे हैं मुख्यमंत्री का काफिला जैसे ही पड़वा से आगे एनएच 98 पर पहुंचा, गाड़ी हिचकोले खाने लगी।

सीएम ने बगल में बैठे गृह सचिव से पूछा : ऐसी सड़क पर लोग चलते कैसे हैं। दिन में करीब सवा 12 बजे सीएम छतरपुर के ठाकुरबाड़ी के पास रुके। वहां एनएच पर पानी बह रहा था। सीएम उतरे और कार्यपालक अभियंता सुरेंद्र पांडेय को खोजने लगे।

पांडेय वहां नहीं थे। सीएम ने कहा कि कि जब तक अभियंता नहीं आएंगे, वह आगे नहीं बढ़ेंगे। इस बीच आसपास के लोग सड़क की दुर्दशा की शिकायत करने लगे। 10 मिनट बाद कार्यपालक अभियंता पहुंचे।

सीएम ने पूछा : गड्ढा क्यों नहीं भरवाया। जवाब मिला : सर! गड्ढा भरने का काम चल रहा था, लेकिन मुहल्ले के लोगों ने इसे भरने नहीं दिया। अभियंता को फटकाने और पथ निर्माण सचिव को निर्देश देने के बाद सीएम आगे निकल गए।

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