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ठंड से बचे रहें दिल और दमा के रोगी

बदला मौसम बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए चुनौती सिर और कानों को ठंड से बचाए रखें : डा. प्रतिमा सांस फूले, जी मिचलाए तो तुरंत डाक्टरी सलाह लें : डा. सरन बच्चों के कमरे में न चलाए हीटर...


ठंड से बचे रहें  दिल और दमा के रोगी
Wed, 07 Dec 2011 01:06 AM
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बदला मौसम बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए चुनौती सिर और कानों को ठंड से बचाए रखें : डा. प्रतिमा सांस फूले, जी मिचलाए तो तुरंत डाक्टरी सलाह लें : डा. सरन बच्चों के कमरे में न चलाए हीटर और अंगीठी : डा. अतुल बरेली। वरिष्ठ संवाददाता मौसम के बदले तेवर और कोहरे की चादर सेहत के लिए नई चुनौती लेकर आई है। खासतौर से दिल और सांस के रोगियों के लिए ये ठंड जानलेवा हो सकती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि दिल और सांस के रोगियों को अटैक पड़ने के आसार बढ़ गए हैं। बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लिए भी खास सावधानी बरतने की जरूरत है।अक्सर देखा गया कि मारे फैशन के लोग ऊनी कपड़े पहनने में लापरवाही बरतते हैं। सुबह और शाम को तेज ठंड और दोपहर में कुछ धूप निकलने से इस तरह की लापरवाही बरतना आम बात है। विशेषज्ञ कहते हैं कि इस तरह की लापरवाही दिल के रोगियों के लिए तो प्राण लेवा हो सकती है। फोटो -- डा. सुदीप सरन सुबह टहलने में बरतें सावधानी -----------------दिल और सांस के रोगी अगर सुबह टहलने के आदी हैं तो इन दिनों सावधानी बरतें। टहलने अवश्य जाएं मगर सर्दी का बचाव करते हुए। अगर सांस फूलने लगे तो तुरंत ही डाक्टर से सलाह लें। हार्ट अटैक के मामले जाड़े में कुछ ज्यादा ही होते हैं। रात में खासतौर से सर्दी से बचकर रहें। अपना ब्लड प्रेशर नियमित चैक कराते रहें। अल्कोहल का सेवन न हीं करें तो बेहतर है। रात को अंगीठी जलाकर कमरे में कतई न रखें। रात को अगर घर से बाहर जाना हो तो कान और गर्दन को बचाव करके ही जाएं। घबराहट हो, जी मिचलाए और सांस फूलने लगे तो घरेलू उपचार न करें बल्कि तुरंत ही डाक्टर से सलाह लें। डा. सुदीप सरन, फिजीशियन। --------------------फोटो -- डा. प्रतिमा गुप्ता ठंड से बचाव करें प्रैग्नैंट महिलाएं -----------------वे महिलाएं जो अपने शिशुओं को दूध पिलाती हैं या फिर प्रैग्नेंट हैं वो खुद को ठंड से बचाकर रखें। अगर जरा भी ठंड लगे तो तुरंत ही डाक्टर से सलाह लें। अगर अस्थमा (दमा) की शिकायत है तो लापरवाही कतई न बरतें, बल्कि अपनी दवाएं लेते रहें। ऐसे मौसम में दमा का अटैक पड़ने के आसार कुछ ज्यादा रहते हैं। बच्चों को भी ठंड से बचाकर रखें। स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को तो इस ठंड में खासतौर से सावधानी बरतनी होगी। वे अपने सिर को ठंड से खासतौर से बचाकर रखें। सिर में गर्म कपड़ा, कैप आदि लगाकर रखें। इसी तरह पैरों में गर्म मोजे पहनें। अगर उन्हें जरा भी ठंड की शिकायत हो तो डाक्टरी सलाह लें क्योंकि उनकी ठंड बच्चों को भी लग सकती है। डा. प्रतिमा गुप्ता, स्त्री रोग विशेषज्ञ। -------------------फोटो --- रात में बच्चों को लेकर न निकलें शादी विवाह के इस मौसम में अक्सर लोग बच्चों को भी लेकर निकलते हैं जिससे बच्चों को दमा, ब्रोन्कोलाइटिस, एंफ्लूंजा, कान के संक्रमण काफी होते हैं। इन दिनों कोहरे में धूल और प्रदूषण के कण नीचे की तरफ आ जाते हैं जो बच्चों के लिए काफी घातक हैं। पिछले कुछ दिनों से तमाम कीटनाशकों और मच्छररोधी डबल पावर चीजों के आने से भी इससे बच्चों ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। बेहतर होगा कि इस तरह की चीजों से बच्चों को बचाकर रखें। अगर सक्षम हो तो इन दिनों फ्लू का टीका लगवा लें। जिस कमरे में बच्चों सोते हो वहां हीटर, व्लोअर न लगाएं क्योंकि इनके इस्तेमाल के वातावरण में आक्सीजन कम हो जाती है जिससे सेहत को काफी नुकसान हो सकता है। डा. अतुल अग्रवाल, बाल रोग विशेषज्ञ।

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