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कोहरा बना काल, आठ की मौत, 14 घायल

बरेली, हिन्दुस्तान संवाद। घने कोहरे और ओवरटेक की होड़ ने आठ लोगों की जिंदगी लील ली। जबकि 14 लोगों को जिंदगी और मौत के बीच जूझने को मजबूर कर दिया। सुबह तकरीबन साढ़े आठ बजे कासगंज से मुरादाबाद जा...

कोहरा बना काल, आठ की मौत, 14 घायल
Wed, 07 Dec 2011 12:04 AM
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बरेली, हिन्दुस्तान संवाद। घने कोहरे और ओवरटेक की होड़ ने आठ लोगों की जिंदगी लील ली। जबकि 14 लोगों को जिंदगी और मौत के बीच जूझने को मजबूर कर दिया। सुबह तकरीबन साढ़े आठ बजे कासगंज से मुरादाबाद जा रही रोडवेज की बस कछला गंगा पुल पर ओवर टेक करते समय सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई। भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि बस की पूरी एक साइड डैमेज हो गई।

घायलों को बदायूं तथा मृतकों को एटा भेज दिया गया। छह यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बस चालक ने अस्पताल जाते समय दम तोड़ दिया। शाम पांच बजे के लगभग इलाज के दौरान बदायूं जिला अस्पताल में कासगंज निवासी महिला की भी सांसे रुक गईं।

वहीं हादसे 14 लोग बुरी तरह से घायल हैं। जिन्हें बदायूं जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर एक बच्चाी समेत चार लोगों को बरेली रेफर कर दिया गया। शाम तक हालत में सुधार न होने पर सभी घायलों को बरेली और मुरादाबाद रेफर कर दिया।

मरने वालों में कासगंज, बदायूं के बिल्सी और फैजगंज बेहटा, गुड़गांव और मुरादाबाद के निवासी हैं।मंगलवार सुबह आठ बजे यात्रियों से भरी कासगंज डिपो की बस संख्या यूपी 81 आर 9667 को लेकर सोनपाल पुत्र वृजवासी निवासी गंगेश्वर कालोनी कासगंज मुरादाबाद के लिए रवाना हुआ। करीब साढ़े आठ बजे बस कछला गंगा पुल से गुजर रही थी। सीजन का पहला घना कोहरा था। गंगा नदी होने से कछला पुल पर विजबिलिटी लगभग शून्य थी।

पुल को जल्दबाजी में पार करने की होड़ में चालक ने ट्रैक्टर को ओवरटेक किया। जिसमे बस ओवरटेक होती उससे पहले सामने से ट्रक यूके 04 सीए 1147 से भिड़ गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रक का एक्सल टूट गया। बस की चालक वाली साइड पूरी तरह से डैमेज हो गई। टक्कर की आवाज के साथ पुल पर चीत्कार गूंजने लगी। इस दौरान पुल से गुजरे एक वाहन चालक ने पुल के इस पार खड़े स्थानीय लोगों को सूचित किया। लोग बचाव को दौड़ पड़े।

कछला घाट चौकी के प्रभारी भी बल के साथ पहुंच गए। घटना स्थल का मंजर इतना वीभत्स था कि बचाव को पहुंचे लोगों का दिल दहल गया। बस में फंसे लोग कातर आंखों से मदद की टकटकी लगाए हुए देख रहे थे। खून से लथपथ अंग डरा रहे थे। पुलिस और लोगों ने एक एक कर बस में से हताहत लोगों को निकालना शुरू किया। बस में से छह शव निकाले गए। इसमें एक बच्चाा व दो महिलाएं थीं। बस चालक भी मरणासन्न स्थिति में था। पुलिस ने मृतकों के शवों को एटा भेज दिया।

मरने वालों में बिल्सी के गांव सतेती निवासी दिनेश कुमार(28) पुत्र युधिष्ठर और फैजगंज बेहटा के गांव मन्नूनगर निवासी सोनियादेवी(35) पत्नी मुंशी सिंह शामिल है। चालक सहित घायल हुए 16 लोगों को बदायूं के जिला अस्पताल लिए रवाना कर दिया। इनमें से अस्पताल पहुंचने से पहले चालक की सांसे थम गईं। कुछ घायलों को सोरों के अस्पताल में भी भर्ती कराया गया। वहीं देर शाम पांच बजे के लगभग इलाज के दौरान कासगंज निवासी महादेवी पत्नी अमरपाल की मौत हो गई। वहीं हालत में सुधार न होने पर शाम साढ़े छह बजे के आसपास सभी घायलों को बरेली और मुरादाबाद के लिए रेफर कर दिया गया। इस वक्त तक मरने वालों की संख्या आठ और घायलों की संख्या 14 हो गई।

उधर कछला पुल पर हादसे की खबर मिलने पर कासगंज और बदायूं जिलों के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने क्रेन मंगवाकर बस को हटवाया। इसके बाद ही यातायात सुचारू हो सका। इस हादसे में सोरों कोतवाली के कांस्टेबल सुनील कुमार ने रोडवेज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

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