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जो कीमत लगे, हम घड़ी वापस लायेंगे: नीतीश

पटना (हि.ब्यू.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देशरत्न डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की घड़ी की नीलामी को बिहार के आत्मसम्मान का मुद्दा बना दिया है। शनिवार को राजेन्द्र बाबू की 127वीं जयंती पर रवीन्द्र भवन में...

जो कीमत लगे, हम घड़ी वापस लायेंगे: नीतीश
Sun, 04 Dec 2011 12:54 AM
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पटना (हि.ब्यू.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देशरत्न डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की घड़ी की नीलामी को बिहार के आत्मसम्मान का मुद्दा बना दिया है। शनिवार को राजेन्द्र बाबू की 127वीं जयंती पर रवीन्द्र भवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम राष्ट्रपति की घड़ी को भी केन्द्र सरकार सुरक्षित नहीं रख सकी।

अब चाहे जो भी कीमत लगे, हम देशरत्न की घड़ी को जरूर वापस लायेंगे। इस सिलसिले में हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि बिहार ने सशक्त लोकायुक्त का प्रावधान किया है। इसके चयन में मेरी भूमिका नहीं होगी और लोकायुक्त को हटाने का अधिकार भी विधानमंडल को होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दिल्ली की सरकार से मदद मांगते रहते हैं लेकिन वहां से कुछ मिलता नहीं। यह बात अलग है कि भारत का राष्ट्रीय चिह्न् अशोक चक्र बिहार से ही लिया गया है। अगर बिहार को कुछ नहीं देना है तो वह चिह्न् हमें लौटा दीजिए।

राजेन्द्र बाबू देश के प्रथम राष्ट्रपति बने, इसका उन्हें जरा भी अहंकार नहीं था। वे सादगी के प्रतीक थे। आजकल तो लोग जरा सी उपलब्धि में ही बौरा जाते हैं। देख लीजिए शादियों पर किस तरह पैसा खर्च हो रहा है। अगर बिहार को आगे बढ़कर विकसित राज्य बनना है तो बेवजह के खर्चो में कमी लानी होगी।

हमें अपने स्तर से ऐसा काम करना होगा जिससे बिहार का नाम रौशन हो। विधानसभाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि राजेन्द्र बाबू देश की पहचान थे। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि देश की राजनीति में देशरत्न की उपेक्षा की गयी।

उन्होंने देश पर राज करने की बजाय लोगों की सेवा की। सांसद और सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का मुकाबला करने के लिए सहकारिता को बढ़ावा देना होगा। केन्द्र सरकार ने आत्मघाती फैसला लिया है जिसकी देश को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।

कार्यक्रम को पूर्व राज्यपाल डी.एन.सहाय, प्रख्यात चिकित्सक डॉ.गोपाल प्रसाद सिन्हा, अधिवक्ता अमिताभ सिन्हा, अरुण कुमार वर्मा, रणजीत सिन्हा और डॉ.संजय सहाय ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.रणवीर नंदन ने किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रख्यात सर्जन डॉ.ए.ए.हई, डॉ.जे.के.सिंह, साहित्यकार उषा किरण खान, डॉ.आर.सी.सिन्हा, शिक्षाविद डॉ.शमशाद हुसैन, सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह और सुभाष प्रसाद सिंह को समाज और राज्य की उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया।

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