रिटेल में एफडीआई रुकने से कंपनियों में निराशा
खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के फैसले को रोकने पर रिटेल क्षेत्र की कंपनियों ने निराशा जताई है। उनका कहना है कि उपभोक्ताओं और किसानों के हित में इस पर जल्द आम सहमति बननी...
खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के फैसले को रोकने पर रिटेल क्षेत्र की कंपनियों ने निराशा जताई है। उनका कहना है कि उपभोक्ताओं और किसानों के हित में इस पर जल्द आम सहमति बननी चाहिए।
फ्यूचर समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर बियाणी ने कहा कि इस बात की कोई वजह नजर नहीं आती कि क्यों इस मुद्दे पर आम सहमति नहीं बन सकती। खुदरा कारोबार में एफडीआई से किसानों और उपभोक्ताओं को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में किसान और उपभोक्ता इसके समर्थन में आगे आ रहे हैं।
रिटेलर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार राजगोपालन ने कहा कि फिलहाल खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के मसले पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। एक तरह यह संकेत दिया जा रहा है कि कैबिनेट के फैसले पर जल्द अधिसूचना जारी की जाएगी, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक मतभेद बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह खराब स्थिति है, जहां तस्वीर साफ नहीं है।
घटनाक्रम में आकस्मिक बदलाव के तहत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र ने खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के फैसले को फिलहाल रोक लिया है, जिससे संसद में बने गतिरोध को दूर किया जा सके। रिलायंस रिटेल (लाइफस्टाइल) के अध्यक्ष बिजाय कुरियन ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की।