बरौनी में एक नये बिजलीघर को विश्व बैंक की मदद
पटना (हि.ब्यू.)। बरौनी में एक और नया बिजलीघर बनाने की योजना है। इसके निर्माण के लिए विश्व बैंक मदद देगा। यह बिहार बिजली बोर्ड की दो नई इकाइयों से अलग तीसरी इकाई होगी। इस तरह बरौनी में 250-250 मेगावाट...
पटना (हि.ब्यू.)। बरौनी में एक और नया बिजलीघर बनाने की योजना है। इसके निर्माण के लिए विश्व बैंक मदद देगा। यह बिहार बिजली बोर्ड की दो नई इकाइयों से अलग तीसरी इकाई होगी। इस तरह बरौनी में 250-250 मेगावाट की तीन इकाइयां स्थापित होगी। इसमें दो बिहार राज्य बिजली बोर्ड भेल की मदद से बनाएगा जबकि तीसरी इकाई विश्व बैंक के सहयोग से बनेगी।
इसपर 1500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होंगे। फिलहाल इसे वर्ष 2015 तक तैयार कर लेने की योजना है।विश्वबैंक से मदद की योजना को लेकर दिल्ली में केन्द्र और बिहार के अधिकारियों के बीच विमर्श चल रहा है। ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव अजय.वी. नायक और बिजली बोर्ड के अध्यक्ष पी.के. राय ने केन्द्र के अधिकारियों के समक्ष विस्तृत प्रस्ताव पेश किया।
इसके तहत 50-50 मेगावाट क्षमता की यूनिट 4 और 5 के स्थान पर एक 250 मेगावाट क्षमता की नई यूनिट बनाने की योजना है। श्री नायक व श्री राय ने बिहार की योजना का प्रारूप ऊर्जा मंत्रालय के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित बिजलीघर के लिए बरौनी की मौजूदा ईकाई परिसर में पर्याप्त जगह है।
यही नहीं विश्वबैंक की मदद से उसे शीघ्र कार्यान्वित किया जा सकता है। पहले से दो यूनिट की योजना पर काम चल रहा है।इस समय बरौनी में लगभग तीन हजार करोड़ रुपए की लागत से 250-250 मेगावाट क्षमता की दो यूनिट स्थापित करने की योजना पर काम हो रहा है।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव के साथ समीक्षा बैठक में इस बिजलीघर को हर हाल में 2013 तक चालू करने की हिदायत दी है। विश्व बैंक के सहयोग से स्थापित नया बिजलीघर इन दो इकाइयों के स्थापित होने के12 माह के बाद बनकर तैयार हो जाएगा।
बरौनी बिजलीघर: यूनिट क्षमता (मेगावाट) स्थापित स्टेटस 1 15 26.01.1966 16.02.1983 को रिटायर 2 15 16.01.1963 26.11.1985 को रिटायर 3 15 20.10.1963 05.10.1985 को रिटायर 4 50 09.11.1969 24.04.1996 से शट डाउन 5 50 01.12.1971 15.03.1995 से शट डाउन 6 110 01.12.1984 जीर्ण-शीर्ण पर चालू 7 110 31.03.1985 बंद