आईआईएफटी एमबीए परीक्षा, हल करने होंगे कम समय में ज्यादा सवाल
भारतीय विदेश व्यापार संस्थान दो रूपों में एमबीए का कोर्स करवाता है। पहला फुलटाइम एमबीए, जो दो वर्ष का है तथा दूसरा पार्ट टाइम एमबीए, जो तीन वर्ष का...
परीक्षा की तिथि- 27 नवंबर, 2011
भारतीय विदेश व्यापार संस्थान दो रूपों में एमबीए का कोर्स करवाता है। पहला फुलटाइम एमबीए, जो दो वर्ष का है तथा दूसरा पार्ट टाइम एमबीए, जो तीन वर्ष का है। इन दोनों कोर्स में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा पास करना जरूरी है। इस परीक्षा में किस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं और उनकी तैयारी कैसे करनी चाहिए, इस बारे में बता रहे हैं संजीव कुमार सिंह
आईआईएम सिरीज के अलावा भी अधिकांश संस्थान ऐसे हैं, जो एमबीए प्रोफेशनल्स बनने का सपना टूटने नहीं देते। इन्हीं संस्थानों में से एक प्रमुख भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) भी है, जो छात्रों को मैनेजमेंट से संबंधित कई पाठय़क्रमों द्वारा अवसर उपलब्ध कराता है। 1963 में भारत सरकार द्वारा एक स्वशासी संस्था के रूप में स्थापित इस संस्थान की गिनती भारत के सर्वाधिक प्रतिष्ठित व्यावसायिक संस्थानों में की जाती है। इस संस्थान ने अपने प्रबंधन विकास कार्यक्रमों के माध्यम से 30 देशों में 35000 से अधिक व्यवसायियों को इंटरनेशनल बिजनेस और व्यापार नीति के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान किया है। हर वर्ष की भांति इस बार भी 27 नवंबर 2011 को इसके लिए लगभग 20 केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी।
प्रश्न ऑब्जेक्टिव, माध्यम इंग्लिश
आईआईएफटी से दो रूपों में एमबीए का पाठय़क्रम कराया जाता है। एक फुलटाइम एमबीए (2 वर्षीय) तथा दूसरा पार्टटाइम एमबीए (3 वर्षीय)। दोनों ही पाठय़क्रम इंटरनेशनल बिजनेस से संबंधित हैं। फुलटाइम एमबीए के लिए चार स्तरों (लिखित परीक्षा, एस्से राइटिंग, ग्रुप डिस्कशन व इंटरव्यू) पर परीक्षण किया जाता है। हर वर्ष इसमें लगभग 40,000 से भी ज्यादा छात्र शामिल होते हैं। लगभग 200 प्रश्नों पर आधारित यह प्रवेश परीक्षा दो घंटे की होती है तथा इस दौरान इंग्लिश कॉम्प्रिहेंशन, लॉजिकल रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एनालिसिस आदि विषयों पर प्रश्न पूछे जाते हैं। आईआईएफटी की प्रवेश परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप होती है तथा इसका माध्यम केवल अंग्रेजी ही होता है।
पैसेजों को ध्यान से पढ़ें
इंग्लिश कॉम्प्रिहेंशन के अंतर्गत आने वाले प्रश्न वोकेबुलेरी, एंटानिम्स, सिंनानिम्स तथा लैंग्वेज के ऊपर होते हैं। इसके अलावा गलत या अवरियताक्रम में दिए गए प्रश्नों को सही करके लिखना होता है। कॉम्प्रिहेंशन के अधिकांश प्रश्न पैराग्राफ पर आधारित होते हैं। ऐसे में छात्रों को तैयारी से लैस रहना होगा। पैसेजों को पढ़ने में समय खर्च होता है, अत: उन्हें हल करने के दौरान समय का ध्यान रखें।
जनरल नॉलेज से अपडेट रहें
जनरल नॉलेज एवं अवेयरनेस के रूप में छात्रों से करंट अफेयर्स, खेलकूद, राजनीति, अर्थव्यवस्था, शिक्षा व सामाजिक मुद्दों पर प्रश्न पूछे जाते हैं। साथ ही वर्तमान स्थिति एवं देश-विदेश की प्रमुख हलचलों की जानकारी मांगी जाती है। बिजनेस से जुड़ी खबरें भी इसी खंड का हिस्सा होती हैं। प्रतिदिन समाचार पत्र-पत्रिकाओं एवं प्रमुख विषयों के अध्ययन से खुद को अपडेट रखें।
स्पीड को लेकर सजग रहें
लॉजिकल रीजनिंग में ज्यादातर प्रश्न लॉजिक पर आधारित होते हैं। कम समय में अधिक प्रश्न हल कर सकने की क्षमता वाले छात्र इसमें सफल होते हैं। इसके ज्यादातर सवाल पहेलीनुमा तथा घुमावदार प्रकृति के होते हैं। इसमें पूछे गए डाटा इंटरप्रिटेशन प्रश्नों का उत्तर देने के लिए आंकड़ों एवं ग्राफ पर भरपूर अभ्यास करें।
आधारभूत चीजों की प्रेक्टिस करें
क्वांटिटेटिव एनालिसिस में गणित के प्रश्न आते हैं। इसमें मुख्यत: दसवीं एवं बारहवीं का अलजेब्रा, त्रिकोणमिति, अर्थमेटिक्स, ज्योमेट्री, परसेंटेज तथा लाभ-हानि पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें डाटा एवं ग्राफ पर प्रश्न शामिल होते हैं अर्थात ये प्रश्न उच्च स्तर के न होकर बुनियादी होते हैं। इन खंडों की यही विशेषता है कि ये पूरी तरह से अभ्यास पर आधारित होते हैं। इसमें टेबल भी अच्छी तरह से क्लियर होनी चाहिए।
शॉर्ट लिस्टिंग के बाद एस्से राइटिंग
लिखित परीक्षा के बाद अच्छे अंक लाने वाले छात्रों की शॉर्ट लिस्टिंग की जाती है। इसके जरिए छात्रों को एस्से राइटिंग में बैठने की अनुमति दी जाती है। इस दौरान किसी विषय पर 1000-1500 शब्दों में अंग्रेजी में एस्से लिखना होता है। एस्से राइटिंग के अलावा ग्रुप डिस्कशन एवं इंटरव्यू का चरण आरंभ होता है। इसके लिए भी रोजाना किसी न किसी टॉपिक पर लिखने का अभ्यास करें।