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Hindi Newsकहीं दुश्मन न बन जाएं यूएस-पाक !

कहीं दुश्मन न बन जाएं यूएस-पाक !

अमेरिकी ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष एड़मिरल माइक मुलेन की पाकिस्तान को दी गई चेतावनी संकेत है कि दोनों देशों के बीच संबंध बिगड़ने जा रहे हैं और भविष्य में इन रिश्तों में आयी खटास बढ़ सकती...

कहीं दुश्मन न बन जाएं यूएस-पाक !
Thu, 29 Sep 2011 12:43 PM
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अमेरिकी ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष एड़मिरल माइक मुलेन की पाकिस्तान को दी गई दो टूक चेतावनी इस बात का संकेत है कि दोनों देशों के बीच संबंध बिगड़ने जा रहे हैं और भविष्य में इन रिश्तों में आयी खटास बढ़ सकती है। एक प्रभावशाली अमेरिकी थिंक टैंक ने इस बात की चेतावनी दी है।

मुलेन ने बेहद साफ शब्दों में पिछले दिनों आतंकवादी संगठन हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की सामरिक शाखा करार दिया था और कहा था कि इससे 13 सितंबर को काबुल में अमेरिकी दूतावास पर हमले में खुफिया एजेंसी की संलिप्तता जाहिर होती है।

वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक स्टिमसोन सेंटर के सह संस्थापक माइकल क्रेपोन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के साथ बेहद अच्छे कामकाजी संबंध रखने के हिमायती मुलेन ने जब यह कहा तो इसके मायने हैं कि द्विपक्षीय संबंधों को बहाल रखने वाले भी परेशान हैं। संबंध बेहद तनावपूर्ण हैं और भविष्य में इनके अधिक बिगड़ने की आशंका है।

उन्होंने कहा सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा कर मुलेन ने खेल के नियम बदल दिए हैं। साथ ही पाकिस्तान के भीतर स्थित पनाहगाहों के खिलाफ अमेरिकी सैन्य कार्रवाई की भविष्यवाणी भी कर दी है।

क्रेपोन ने कहा कि इससे पाकिस्तान की सैन्य ताकत के लिए परेशानी पैदा होगी और पाकिस्तान के भीतर अमेरिका विरोधी आग और भड़केगी। ये दो ऐसी बातें हैं जो एक दूसरे से जुदा नहीं हैं।

उन्होंने कहा मुलेन ने अब यह बात क्यों कही है, पाकिस्तान इसका यह जवाब दे रहा है कि अमेरिका को अफगानिस्तान में अपने उस सैन्य अभियान के लिए एक बलि के बकरे की जरूरत है जिसके सामान्य रूप से समाप्त होने की संभावना नहीं है।

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