पुलिस पार्टी के साथ जाते तो बच सकते थे मतदानकर्मी!
पटना(हि.ब्यू.)। जमुई से अगवा मतदानकर्मी अगर पुलिस पार्टी के साथ जाते तो शायद माओवादियों की जाल में फंसने से बच सकते थे। कहा जा रहा है कि जमुई से जिन सात मतदानकर्मियों को माओवादियों ने अगवा किया है वे...
पटना(हि.ब्यू.)। जमुई से अगवा मतदानकर्मी अगर पुलिस पार्टी के साथ जाते तो शायद माओवादियों की जाल में फंसने से बच सकते थे। कहा जा रहा है कि जमुई से जिन सात मतदानकर्मियों को माओवादियों ने अगवा किया है वे मतदान केन्द्र के लिए पुलिसकर्मियों के साथ जाने की बजाय यों ही निकल पड़े थे।
इलाके में नक्सल गतिविधियों को देखते हुए यह योजना थी कि मतदानकर्मी एक क्लस्टर में रहेंगे और वहां से पोलिंग और पुलिस पार्टी दोनों पैदल मतदान केन्द्र तक जाएगी। बताया जाता है कि पोलिंग पार्टी के सदस्य पुलिस पार्टी के साथ पैदल न जाकर गाडी़ पर सवार होकर निकल गए थे। मौके की ताक में रहे माओवादियों ने पहले लैंड माइन विस्फोट किया और फिर सात मतदानकर्मियों को पकड़कर अपने साथ ले गए।
इस घटना में वाहन चालक की मौत हो गई जबकि एक अन्य पदाधिकारी घायल हो गए। इधर आगे के चरणों के चुनाव को ध्यान में रखकर राज्य पुलिस ने फिर से सभी पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि मतदान के दिन क्या करना है और क्या नहीं। डीजीपी नीलमणि की ओर से सभी संबंधित जिलों के एसपी व वरीय पुलिस पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि मतदानकर्मी और पुलिस पार्टी एक साथ बूथों के लिए रवाना होंगे।