मतदानकर्मियों की रिहाई के लिए सरकार ने झोंकी ताकत
पटना(हि.ब्यू.)। जुमई से अगवा सात मतदानकर्मियों को मुक्त कराने के लिए राज्य सरकार ने व्यापक ऑपरेशन शुरू कर दिया है। मतदानकर्मियों का सुराग पाने के लिए एसटीएफ, सीआरपीएफ, बीएमपी और जिला पुलिस बल के...
पटना(हि.ब्यू.)। जुमई से अगवा सात मतदानकर्मियों को मुक्त कराने के लिए राज्य सरकार ने व्यापक ऑपरेशन शुरू कर दिया है। मतदानकर्मियों का सुराग पाने के लिए एसटीएफ, सीआरपीएफ, बीएमपी और जिला पुलिस बल के अलावा सर्च ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर को भी लगाया गया है।
माओवादियों ने नौवें चरण के मतदान के दौरान रविवार को जमुई के चरका पत्थर इलाके में हमला कर सात मतदानकर्मियों को अगवा कर लिया था। इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए जमुई और आपसपास के क्षेत्रों में कांबिंग ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। पूरे ऑपरेशन को आईजी(ऑपरेशन) के.एस.द्विवेदी मॉनिटर कर रहे हैं।
एडीजी(मुख्यालय) राज्यवर्धन शर्मा के अनुसार मतदानकर्मियों को मुक्त कराने के लिए बिहार को सीआरपीएफ की एक अतिरिक्त बटालियन(छह कंपनी) उपलब्ध कराई गई है। इस बटालियन को जमुई में लगाया जाएगा। इसके अलावा झारखण्ड सरकार ने एक हेलीकॉप्टर भी उपलब्ध कराया है, जिसका इस्तेमाल सर्च ऑपरेशन में किया जा रहा है।
माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में झारखण्ड पुलिस से भी मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से मतदानकमिर्मयों की रिहाई के लिए हर संभव प्रयास जारी है। अगवा मतदानकर्मियों में मतदानकेन्द्र संख्या 31 के पीठासीन पदाधिकारी नागेश्वर कुमार मेहता, मतदान पदाधिकारी धीरज कुमार और तृतीय मतदान पदाधिकारी नरेश साह के अलावा मतदान केन्द्र संख्या 44 के पीठासीन पदाधिकारी मनोज कुमार, प्रथम मतदान पदाधिकारी कपिलदेव तांती, द्वितीय मतदान पदाधिकारी श्यामदेव वर्मा तथा तृतीय मतदान पदाधिकारी ओम प्रकाश ठाकुर शामिल हैं।