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लंबे इंतजार के बाद झमाझम बारिश का कहर निचले इलाकों के

संवाददाता रांचीबारिश को तरस रहे शहर के कई इलाकों में शनिवार की रात हुई झमाझम बारिश आफत लेकर पहुंची। राजधानी के निचले इलाकों में बरसात का पानी भर गया। इसलामनगर में डेढ़ दर्जन गरीबों का आशियाना गिर...


लंबे इंतजार के बाद झमाझम बारिश का कहर
निचले इलाकों के
Mon, 13 Sep 2010 01:17 PM
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संवाददाता रांचीबारिश को तरस रहे शहर के कई इलाकों में शनिवार की रात हुई झमाझम बारिश आफत लेकर पहुंची। राजधानी के निचले इलाकों में बरसात का पानी भर गया। इसलामनगर में डेढ़ दर्जन गरीबों का आशियाना गिर गया। वहीं, धुर्वा में वज्रपात से बड़ा हादसा टला। हालांकि इससे घर में रखे सभी इलेक्ट्रॉनिक्स सामान जल गये। नौ बजे तक लोग अपने घरों से पानी निकालते नजर आए। पानी ऊपरी इलाके के लिए राहत तो निचले इलाकों के लिए आफत लेकर आया। लोहराकोचा, इसलामनगर, खेत मुहल्ला, बसरटोली, पंचशील नगर पूर्वी जेल रोड, मिल्लत कॉलोनी, अपर बाजार में जलजमाव के कारण लोगों को परेशानी हुई। गंदगी के कारण हिंदपीढ़ी की सड़कों पर चलना दुश्वार हो गया। नाली का पानी सड़क पर बह रहा था।इसलामनगर में कच्चे मकान और दीवारें गिरींरांची। इसलामनगर की स्थिति बरसात से बदतर हो गई है। शनिवार रात को हुई बारिश से यहां रहनेवाले डेढ़ दर्जन लोगों के घर ढह गए। इससे कई लोग बाल-बाल बच गये। हालांकि कुछ को हल्की चोट भी आयी है। सुबह में कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले थे। किसी तरह रात काटने के लिए बांस-बल्ली से घेरकर रहने की व्यवस्था करने में जुटे रहे लोग। बच्चों का बचपन भी कैद में रहा। बच्चों चौकी-खटिया पर ही बैठे रहे। गार्जियन घर से पानी निकालने और घर बनाने में जुटे रहे। इधर, व्यापक पैमाने पर क्षति के बाद डिप्टी मेयर अजयनाथ शाहदेव समेत अन्य सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि जायजा लेने पहुंचे। डिप्टी मेयर ने उचित मुआवजा का आश्वासन दिया। मुहल्लेवासियों ने बताया कि हर साल बारिश में ऐसी ही नौबत हो जाती है। इस पर समीक्षा कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद वह मिल्लत कॉलोनी पहुंचे। धुर्वा में ठनका, बड़ा हादसा टलारांची। भारी बारिश के साथ रातभर बिजली कड़कड़ाती रही। धुर्वा में पंचमुखी मंदिर के पीछे जबरदस्त ठनका गिरा। वज्रपात इतना जबरदस्त था कि चार इंच तक जमीन भी धंस गयी थी। साथ ही हरेराम चौरसिया के क्वार्टर नंबव्र एच 129/बी में रखे सभी इलेक्ट्रॉनिक्स सामान जल गया। इसके बाद से आसपास के लोग काफी सहम गये।मिल्लत कॉलोनी : 50-60 घर में पानी घुसारांची। बिशप स्कूल बहुबाजार के पीछे मिल्लत कॉलोनी के 50-60 घरों में पानी घुसा। पानी के तेज बहाव के कारण बाउंड्री भी टूट गयी। साथ ही ईद मिलन के लिए लगाया गया टेंट भी पानी में बह गया। बाद में इसे लोगों ने नाले के पाइप में फंसे पाया और निकाला। लोगों का कहना है कि नाली पर घर बनने से ऐसी नौबत आयी है। ठीक तरीके से जल निकासी नहीं हो पा रही है।पंचशील नगर में चलना मुहालरांची। पंचशील नगर में बारिश के बाद रोड पर निकलना मुहाल हो जाता है। सड़क पर ही पानी जम जाता है। पानी इस मुहल्ले के लिए आफत लेकर आता है। सड़क पर निकलना है तो कपड़ा खराब होना तय है। गाड़ी के छीटें निश्चित रूप से आपका स्वागत करेंगे। बारिश रुकने के घंटों बाद तक यह आलम होता है। बारिश के बाद पानी जमाव की समस्या हफ्तों तक बनी रहती है।सड़कों और गलियों में लबालब पानीरांची। झमाझम बारिश से राजधानी की सड़कों और गलियों में लबालब पानी भर गया था। ऊंचे स्थानों से पानी निकल गया, लेकिन निचले इलाके में रविवार की शाम तक पानी जमा रहा। कई सड़कों पर लबालब पानी से गाडिम्यों के परिचालन में परेशानी हुई। आसपास के नालियों की गंदगी सड़क पर उतराने लगी थी। लोग अपने मुंह पर रुमाल रखकर आते-जाते देखे गये। सुविधाएं नहीं होने और जलप्लावन की समस्या जूझते लोग दिनभर प्रशासन को कोसते रहे।बारिश ने खोल दी पोलरांची। झमाझम बारिश ने नगर निगम की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। सड़क पर जब पानी कम हुआ, तो नाली का प्लास्टर सड़क पर दिखायी पड़ रहा था। लोगों का कहना था कि समय पर नाली की सफाई हो गयी होती, तो सड़क पर नाली की गंदगी नहीं आती। नाली में प्लास्टिक होने की वजह से भी पानी का सही ढंग से निकासी नहीं हो पाता है। इसके लिए पूरी तरह नगर निगम में बैठे अधिकारी ही जिम्मेवार है। इसलामनगर में क्षतिग्रस्त मकाननाम स्थितिमो कुर्बान पूरा ध्वस्तमो नसीम आंशिकमो गुलजार पूरा ध्वस्तमो अकबर पूरा ध्वस्तमो सुलतान पूरा ध्वस्तमो असलम पूरा ध्वस्तसुनीता लोहार पूरा ध्वस्तमो यासिन पूरा ध्वस्तमो इसलाम पूरा ध्वस्तमो आफताब पूरा ध्वस्तमुबारक आंशिकमो इदरिस पूरा ध्वस्तमो क्युम दीवार क्षतिग्रस्तमो साबिर आंशिकनील समोएला बरनावास पूरा ध्वस्तएक नजर शहर की स्थितिमिल्लत कॉलोनी में पानी भरा। लोग रोजमर्रा का कामकाज छोड़ पानी उलीचने में लगे रहे।बरियातू बस्ती के निचले इलाके और सत्तार कॉलोनी में कई घरों में पानी भर गया, जिसे दोपहर तक निकालने की कोशिश करते लोग निगम को कोसते रहे। सरकुलर रोड में होटल सिटी पैलेस से आगे होटल लैंड़ाार्क तक थोड़ी सी बारिश होने के बाद नाली का पानी भी सड़क पर आ जाता है। इससे लोगों का चलना दुभर हो जाता है।कांके रोड में कृषि भवन, गोंदा टाउन एवं चांदनी चौक कब्रिस्तान के समीप सड़क तालाब में तब्दील हो गया। कृषि भवन और चांदनी चौक के समीप सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे भी बन गये हैं। इसकी वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।हरमू बाई पास रोड स्थित माही होटल के पीछे एवं अरगोड़ा तालाब तक जानेवाले रास्ते में कई जगह जल-जमाव। यहां से 100 मीटर की दूरी पर भाजपा कार्यालय है।नामकुम थाना क्षेत्र के बेलबागान मोहल्ला में जल जमाव की समस्या ।पंडरा रोड स्थित पंचशील नगर, आदर्श नगर, राधा नगर, पंडरा बस्ती में बारिश के बाद घर से निकल कर सड़क पर निकलने में परेशानी।इसलामनगर के डेढ़ दर्जन मकान ध्वस्त।मिलन कॉलोनी में 50-60 घरों में घुसा पानी। ईद मिलन के लिए लगा टेंट बहाधुर्वा में वज्रपात, बड़ा हादसा टला।एचबी रोड स्थित बाइबल सोसाइटी के कार्यालय में एक फीट तक पानी भरा। पानी एचबी रोड में सड़क पर भी जमा है।मचकुंदटोली-ढुमसाटोली में सड़क पर एक फीट तक पानी लगा रहा। जिस कारण आमलोगों को परेशानी हुई।लोहराकोचा में आधा दर्जन घर में पानी घुसा। पानी के तेज बहाव से लोग घरों में दुबके रहे। इन रास्तों पर चलना जरा संभलकरभ् बूटी रोड में गड्ढे ही गड्ढे। बारिश के कारण गड्ढों में पानी भर गया है। सड़क और गड्ढे में फर्क मुश्किल है। भ् नामकुम को कालीनगर से जोड़नेवाली सड़क मिट्टी की है। दोनों ओर पानी का स्रेत होने के कारण मिट्टी कटाव तेज हो गया है। कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है।भ् बहुबाजार से ऑक्सफोर्ड स्कूल वाले रास्ता प्रगति पथ में पैदल चलना भी मुश्किल है। यहां सड़क पर एक फीट तक पानी जमा है।भ् बड़ा घाघरा नदी का डायवर्सन भी खतरनाक हो सकता है। जहां तक संभव हो, इस पर चलने से परहेज करें। पहले भी पानी के तेज बहाव में एक शिक्षिका बह गयी थी।

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