बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने का सही समय : पासवान कहा,
पटना (हि.ब्यू.)। लोजपा ने कोचिंग संस्थानों के खिलाफ छात्रों के आक्रोश और एक छात्र की मौत का हवाला देकर बिहार में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की आवश्यकता जतायी है। छात्रों के हितों की रक्षा के लिए...
पटना (हि.ब्यू.)। लोजपा ने कोचिंग संस्थानों के खिलाफ छात्रों के आक्रोश और एक छात्र की मौत का हवाला देकर बिहार में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की आवश्यकता जतायी है। छात्रों के हितों की रक्षा के लिए पार्टी 15 फरवरी को सभी विश्वविद्यालयों में तालाबंदी करेगी। बुधवार को पार्टी के राष्ट्री अध्यक्ष रामविलास पासवान ने छात्र सचिन शर्मा की मौत की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने छात्रों पर फायरिंग और लाठी चार्ज के खिलाफ गुरुवार को काला दिवस मनाने और 12 फरवरी को सचिन शर्मा का अस्थिकलश सभी विश्वविद्यालयों में घुमाने की घोषणा की। श्री पासवान ने कहा कि बिहार में हालात लगातार बेकाबू होते जा रहे है। बढ़ते अपराध की वजह से आम आदमी घर से बाहर निकलने में भी डरता है। सरकारी उदासीनता से राजधानी में तीन दिनों से बवाल मचा है लेकिन मुख्यमंत्री को छात्रों से बात करने तक की फुर्सत नहीं। राज्य में धारा 356 के प्रयोग का यही सबसे अच्छा समय है। मुख्यमंत्री या तो स्वयं इस्तीफा दे अथवा केन्द्र बिहार की सरकार को तुरंत बर्खास्त करे। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में शिक्षा की स्थिति बदतर हो गयी है। इसकी वजह से गली-गली में खुले कोचिंग संस्थानों में छात्रों का जमकर आर्थिक और मानसिक शोषण हो रहा है। कोचिंग के नाम पर माफिया राज कायम हो गया है। संचालकों के राजनीतिक रसूख की वजह से संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। अगर कोचिंग संचालकों पर सख्ती नहीं बरती गयी तो हालात और भी खराब हो सकते हैं। पीएमसीएच में घायल छात्रों से मुलकात के बाद श्री पासवान ने सचिव शर्मा के परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी देने की मांग की।