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डेरा विवाद : फिर सुलगे हरियाणा-पंजाब

संजीव शुक्लचंडीगढ़। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ सी.बी.आई. द्वारा केस दर्ज किए जाने की खबर के साथ ही आज शाम अचानक हरियाणा तथा पंजाब जल उठे। दोनों राज्यों के...


डेरा विवाद : फिर सुलगे हरियाणा-पंजाब
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 12 Apr 2010 01:01 AM
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संजीव शुक्लचंडीगढ़। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ सी.बी.आई. द्वारा केस दर्ज किए जाने की खबर के साथ ही आज शाम अचानक हरियाणा तथा पंजाब जल उठे। दोनों राज्यों के विभिन्न जिलों में तकरीबन तीन दर्जन बसों व तीन ट्रेनों को आग लगा दी गई। इन आपराधिक घटनाओं को विभिन्न ज़िलों में जिस प्रकार लगभग एक ही समय पर अंजाम दिया गया उससे साफ ज़ाहिर है कि यह छिटपुट गुण्डों की हरकत नहीं बल्कि एक निहायत ही सुनियोजित कार्रवाई थी। यह भी पता चला है कि आगजनी के लिए ज़िम्मेदार मोटरसाइकिल सवार मुंह पर पट्टी बांध कर आते थे, बसों को रोक लेते थे और सवारियों को उतार कर सीटों पर पैट्रोल छिड़क कर आग लगा देते थे। एक तहसीलदार की सरकारी गाड़ी के अलावा उचाना में एक डाकखाने में भी आग लगाई गई। अब तक तकरीबन 35-40 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हरियाणा पुलिस ने केन्द्र से केन्द्रीय बल की 15 कम्पनियां मांंगी हैं। इसी बीच उधर डेरा सच्चा सौदा प्रवक्ता पवन इंसां ने डेरा अनुयायियों से संयम बरतने की अपील की है। पंजाब में भटिंडा, मानसा, तलवंडी साबो और मोगा में सिखों और डेरा सच्चा सौदा समर्थकों के बीच हंगामा हो गया। एक जानकारी के अनुसार मोगा में बस अड्डे पर खड़ी सात बसें को दंगाइयों ने आग लगा दी। इन लोगों ने रेलवे स्टेशन पर पहले तोड़फोड़ की और उसके बाद वहां खड़ी एक ट्रेन के 7 डिब्बों को भी आग लगा दी। यह हमला इतना अचानक हुआ कि सारे शहर में दहशत फैल गई और शहर में सन्नाटा छा गया। पुलिस ने 30 लोगों को मौके पर गिरफ्तार किया जिन्होंने अपनी पहचान डेरा समर्थकों के रूप में बताई और कहा कि वे डेरा प्रमुख के खिलाफ दर्ज किए गए केस के विरोध में कार्रवाई कर रहे हैं। तीन ट्रेने जिनमें फिरोज़पुर-लुधियाना-सतलुज ऐक्सप्रेस तथा दो पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं को भी इन लोगों ने आग के हवाले कर दिया। इन कार्रवाइयों को देखते हुए पंजाब मेल को रद्द कर दिया गया है। कोटकपूरा के पास गांव अलबेल सिंह वाला के पास डेरा अनुयायियों ने बठिंडा जाने वाली डीएमयू में आग लगा दी। डेरा समर्थक हाथों में धारदार हथियार और डंडों से लेस थे। जैसे ही गाड़ी यहां हाल्ट पर रुकी अनुयायियों ने ड्राइवर और गार्ड को उतार कर पीटा तथा इंजन पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी।हरियाणा में सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, जींद जिलों में तकरीबन दो दर्जन बसों को जलाया गया है। डेरे के गढ़ सिरसा में जिला उपायुक्त तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हालात से निबटने के लिए विचार-विमर्श में लगे हुए थे। अचानक हुए इन हमलों से सारा प्रशासन सकते में है। सिरसा में चार-पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है और हमले की गंभीरता को देखते हुए लोगों में दशहत है। सारा शहर बंद हो गया है। मुख्य मन्त्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज कहा कि असामाजिक तत्वों की कार्रवाइयों को देखते हुए सभी पुलिस अधीक्षकों को ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने लोगों से शांति एवं सौहार्द बनाये रखने की अपील की और कहा कि अशांति फैलाने वालों के बहकावे में न आये और ऐसे तत्व राज्य में विकास की गति को बाधित करने का व्यर्थ प्रयास कर रहे हैं। मुख्य मंत्री ने कहा कि अलर्ट घोषित कर दिया गया है और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जायेगी।डेरा प्रमुख के खिलाफ सीबीआई द्वारा एक और हत्या का मामला दर्ज किए जाने के रोषस्वरूप उपरोक्त वारदातों को अंजाम दिया गया है। डेरा मैनेजर फकीर चंद से जुड़े इस मामले में सीबीआई ने डेरा प्रमुख सहित बलेदव मठेरी, रेशम सिंह, गोविंद सिंह के खिलाफ हत्या व शव को खुर्द बुर्द करने का केस दर्ज किया है। वर्ष 1991 में डेरा में मैनेजर की हैसियत से कार्य करने वाला फकीर चंद संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था जिसका आज तक पता नहीं लगा है। सिरसा पुलिस इस मामले को अनट्रेस करार दे चुकी है। करीब 6 माह पूर्व फकीर चंद के परिवार के सदस्य राम कुमार बिश्नोई ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की जिसमें शक ज़ाहिर किया गया कि डेरा प्रमुख के इशारे पर फकीर चंद की हत्या हुई। याचिका में मांग की गई थी कि हत्या की सीबीआई से जांच कराई जाए। अब हाइकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने डेरा प्रमुख सहित चारों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की गई है। इसी घटना के विरोध में करीब एक दर्जन से अधिक सरकारी बसों को देर रात तक आग के हवाले कर दिया। प्रदेश का प्रशासन जब तक हरकत में आता तब तक करोड़ाें रुपयों का नुकसान हो चुका था। प्रदेश से मिली सूचनाओं के अनुसार हिसार, फतेहाबाद, कैथल, जींद, रोहतक आदि में करीब एक दर्जन डेरा समर्थकों को हिरासत में लिया गया है। पता चला है कि पुलिस महानिदेशक ने केंद्र से 15 कम्पनियां मांगी हैं। ईधर हरियाणा रोडवेज ने बसों को सुरक्षित रखने के लिए सभी कार्यशालाओं पर तालाबंदी कर दी है। उचाना में शनिवार देर शाम को शरारती तत्वों ने तहसीलदार की गाड़ी को आग लगा दी। यहीं कुछ शरारती तत्वों ने नगरपालिका के निकट बने डाकखाने में भी आग लगा दी। हिसार-चंडीगढ़ मार्ग पर गांव बद्दोवाला के निकट मोटरसाइकिलों पर सवार लगभग दो दर्जन युवकों ने रोडवेज बस में आग लगा दी। फतेहाबाद में शरारती तत्वों ने जिले में तीन रोडवेज बसों को आग के हवाले कर दिया। इसी समय फतेहाबाद में बिजली निगम के कार्यालय में भी आग लगाई गई। दोनों ही जगह से पैट्रोल की बोतलें, माचिस व थैले मिले हैं। कैथल के राष्ट्रीय राजमार्ग नम्बर 65 पर हरियाणा रोड़वेज की 4 बसों पर लाठियों, डण्डों, इर्ंट व पत्थरों से हमला करते हुए बसों को आग के हवाले कर दिया गया। शाम को कुछ नकाबपोशों द्वारा कंगनपुर रोड पर बसें फूंकने व तोड़फोड़ करने की खबर प्रशासन को जब तक मिली जब तक नुहियांवाली, कुरूगांवाली, अलीकां, रानियां सहित कई स्थलों पर 9 बसें फूंकी जा चुकी थीं।

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