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मधुमेह श्रम से दूर समाज का अतिथि रोग है

पटना। मधुमेह श्रम से दूर समाज का जाना-पहचाना अतिथि रोग है। जिस समाज में शारीरिक श्रम का निरादर होता है, वहां यह महाअभिशाप बनकर कहर ढा रहा है। मजदूर वर्ग में मधुमेह रोग की प्रतिशत संख्या नहीं के बराबर...


मधुमेह श्रम से दूर समाज का अतिथि रोग है
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 12 Apr 2010 12:43 AM
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पटना। मधुमेह श्रम से दूर समाज का जाना-पहचाना अतिथि रोग है। जिस समाज में शारीरिक श्रम का निरादर होता है, वहां यह महाअभिशाप बनकर कहर ढा रहा है। मजदूर वर्ग में मधुमेह रोग की प्रतिशत संख्या नहीं के बराबर है। कथित आधुनिकता के भूत ने जीवन को नरक बनाकर रख दिया है। देश में आबादी का हर 20 वां व्यक्ति मधुमेह से पीडिम्त है। यह कहना है कि प्राकृतिक और योग चिकित्सक डा. नन्द कुमार झा। वे शनिवार को ‘हिन्दुस्तान’ के ‘हेलो डाक्टर’ कार्यक्रम में पाठकों के सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंेने कहा कि मधुमेह रोग के स्थूल कारण हैं अनुवांशिक, मोटापा, आहार, तनाव, ग्रंथियों मे विकृति आादि। मधुमेह रोगियों के लिए प्राकृतिक-योग चिकित्सा, आहार में सुधार एवं टहलना श्रेष्ठ पद्धति है। मधुमेह रोगियों के लिए खुली हवा में सोना, खेलना तथा दौड़ना उत्तम उपचार है। रोगियों में रक्त संचार की क्रिया अव्यवस्थित हो जाती है। विशेषकर हृदय से दूरस्थ अंगों को रक्ततथा पोषण नहीं मिल पाता है। शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इसमें प्राणायाम की क्रिया शरीर और अंग को सुरक्षा प्रदान करती है। मधुमेह के रोगियों को अपने आहार में चोकर सहित मोटे आटे की रोटी, गेहूं, चना, जौ का दलिया, सावां, कोदो धान, अरहर, मूंग, कुलथी, अंकुरित अन्न व अजवाइन के साथ हरी साग, सब्जी, सूप, फलों में ककड़ी, जामुन, संतरा, आनार आदि का सेवन करना चाहिए। पानी खूब पीयें और भोजन के उपरांत दिन में छाछ पीयें। नींद नहीं आती हैजयशंकर प्रसाद, पटनाप्राणायाम का अभ्यास करें। गुनगुना पानी पीयें। बीपी की शिकायत है तो नमक का इस्तेमाल कम करें। मधुमेह की शिकायत है।रविशंकर, पटनानियमित टहलने का अभ्यास करें। हरी साग-सब्जी, सूप आदि का सेवन करें। सुगर की नियमित जांच कराते रहें। आहार में बदलाव लाए। तेल युक्त और मीठे भोजन से परहेज करें। सुबह में टहलना सबसे अधिक फायदेमंद रहेगा। कब्ज रहती हैकामेश्वर प्रसाद, राजाबाजारयौगिक क्रिया का अभ्यास करें। कपालभाति क्रिया फायदेमंद रहेगी। हरी सब्जी का सेवन करें। हरी सब्जी का सूप, चोकरयुक्त आटा और गुनगुने पानी का सेवन करें। रात में हल्का भोजन करें। सुबह में समय से ब्रेकफास्ट और दोपहर में भोजन लें। रात में तय समय पर सो जाएं और सुबह में तड़के बिस्तर छोड़ दे। संभव हो तो टहलने की कोशिश करें। मधुमेह को नियंत्रित कैसे रखेंसुरेश, पटनायौगिक क्रिया का अभ्यास करें। हरी सब्जी, सूप आदि का सेवन करें। ठंड कम हो गई है। सुबह में नियमित 40 मिनट तक टहले। मंडुकासन और सर्वागासन का आदि का अभ्यास करें। किसी योग एवं प्राकृतिक चिकित्सक की देखरेख में आसान आदि का अभ्यास करना ठीक रहेगा। मधुमेह में कैसा आहार होना चाहिए।शंकर, पटनाहरी साग-सब्जी, सलाद, सूप, छाछ, टोंड मिल्क का सेवन करें। सुबह में नियमित टहलने का अभ्यास करें। रात में जल्द बिस्तर पर चले जाए और सुबह में कुछ योग, व्यायाम आदि का अभ्यास करें। मधुमेह में कौन सा आसन करें।अरविंद कुमार, हाजीपुरमुंडागासन, अर्धशलभासन, धनुरासन, मंडुकासन और प्राणायाम करें। नियमित टहलने निकले। चोकरयुक्त आटे का रोटी सेवन करें। चेहरे पर दाग हैअर्चना, पटेलनगरनीम पत्ती का भाप लें। हरी साग-सब्जी का सेवन करें। नाड़ी शोधन प्राणायाम का अभ्यास करें। प्रस्तुति: अजय कुमार सिंहं

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