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Hindi News बिहार में भी होगा एसटीएफ का अपना थाना डीजीपी आनंद शंकर

बिहार में भी होगा एसटीएफ का अपना थाना डीजीपी आनंद शंकर

िवनायक िवजेतापटना। िदल्ली की स्पेशल सेल और कई अन्य राज्यों में एसटीएफ के थाने की तर्ज पर अब िबहार में भी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) का अपना थाना होगा। अपनी सेवािनवृित के पूर्व राज्य के डीजीपी आनंद...


बिहार में भी होगा एसटीएफ का अपना थाना
डीजीपी आनंद शंकर
Mon, 12 Apr 2010 12:43 AM
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िवनायक िवजेतापटना। िदल्ली की स्पेशल सेल और कई अन्य राज्यों में एसटीएफ के थाने की तर्ज पर अब िबहार में भी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) का अपना थाना होगा। अपनी सेवािनवृित के पूर्व राज्य के डीजीपी आनंद शंकर इस नए थाने के गठन के िलए प्रयत्नशील हैं। वह शीघ्र ही राज्य सरकार और गृह िवभाग को एसटीएफ थाना खोलने के िलए प्रस्ताव भेजने वाले हैं। आनंद शंकर 28 फरवरी को सेवािनवृत होने वाले हैं। उन्होंने ‘िहन्दुस्तान’ को बताया कि उनकी कोिशश होगी कि सेवािनवृित के पूर्व ही यह शुभ काम पूरा हो जाए। गौरतलब है कि राज्य मेंअबतक एसटीएफ का कोई अपना थाना नहीं है जबकि एसटीएफ ने सैकड़ाे सफल ऑपरेशनों को अंजाम देते हुए दुर्दात अपरािधयोंजिंसमें कई इनामी अपराधी भी हैं को िगरफ्तार करने में सफलता पायी है। एसटीएफ का अपना थाना नहीं रहने के कारण एसटीएफ द्वारा पकड़े गए अपरािधयों को संबिंधत क्षेत्र के थाने के हवाले करना पड़ता है। इसके कारण वैसे अपरािधयों या िगरोह के िखलाफ आगे की जांच ठीक ढंग से नहीं हो पाती है। एसटीएफ ने अबतक वाहन चोर और लुटेरे िगरोह के दर्जनों सदस्यों को िगरफ्तार कर उनके पास से चोरी या लूट की दर्जनों लग्जरी गािड़यां बरामद करने के बाद उसे लोकल थाना को सौंप िदया। पूर्व से ही काम के बोझ तले दबे संबिंधत थाने भी एसटीएफ द्वारा की गई कार्रवाई पर आगे की जांच में कोई खास िदलचस्पी नहीं िदखाती। एसटीएफ का अपना थाना हो जाने के बाद एसटीएफ द्वारा िगरफ्तार किए जाने वाले अपरािधयों के िखलाफ मामला भी एसटीएफ थान में ही दर्ज होगा और एसटीएफ के अिधकारी ही उस मामले की आगे की भी जांच करेंगे। सरकार ने एसटीएफ का गठन तो वर्षो पूर्व कर िदया पर इसके अिधकािरयों के बैठने के िलए किसी स्थायी स्थान का िनर्धारण नहीं किया। आईजी, आपरेशन के अधीन एसटीएफ काम करती है। उनको छोड़कर एसपी से लेकर कमांडो स्तर तक के पुिलसकिर्मयों के िलए किसी स्थायी जगह का िनर्धारण नहीं हुआ है जबकि राज्य में एसटीएफ के एक डीआईजी, दो एसपी, बारह डीएसपी, पचहत्तर एसआई व छह सौ कमांडो के पद सृिजत हैं। राजधानी में एसटीएफ का प्रस्तािवत नया थाना खुलने के बाद संभवत: एसटीएफ के घुमंतू अिधकािरयों के बैठने की समस्या का भी िनदान हो सकता है। संभव है कि सरकार नए थाना भवन में ही वरीय अिधकािरयों के कार्यालय कक्ष का भी िनर्माण कराए। हालांकि वर्तमान में गोलघर के पास िस्थत एकता भवन को एसटीएफ मुख्यालय का रूप िदया गया है।ं

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