जेबकतरों का इलाका चिन्हित कर रही जीआरपी मौके पर ही रंगेहाथ
वरीय संवाददाता पटना। जेबकतरों की सक्रियता ने रेलवे की सुरक्षित व आरामदेह यात्राा पर सवालिया निशान लगा दिया है। दिन हो या रात। सुबह हो या शाम। ट्रेन की बोगी हो या बुकिंग काउंटर। प्लेटफॉर्म हो या...
वरीय संवाददाता पटना। जेबकतरों की सक्रियता ने रेलवे की सुरक्षित व आरामदेह यात्राा पर सवालिया निशान लगा दिया है। दिन हो या रात। सुबह हो या शाम। ट्रेन की बोगी हो या बुकिंग काउंटर। प्लेटफॉर्म हो या पूछताछ काउंटर। कब, कहां और कैसे असामाजिक तत्व आपका सामान या नकद-मोबाइल ले उड़ेंगे, पता भी नहीं चलेगा। जब तक एक गिरोह का भंडाफोड़ रेल पुलिस (जीआरपी) करती है तब तक कई नये गैंग पनप जाते हैं। नतीजतन रेल पुलिस ने भी अपनी रणनीति बदलते हुए अब जेबकतरों के सरगना से लेकर गुर्गो तक की नकेल कसने के लिए कमर कस ली है। दूसरों की पॉकेट पर हाथ साफ करने वालों को अब मौके पर ही रंगेहाथ दबोचेगी रेल पुलिस। विशेष अभियान के क्रम में उन जगहों को चिन्हित किया जा रहा है जहां चोर-पॉकेटमारों की अधिक सक्रियता है। साथ ही इन जगहों पर असामाजिक तत्वों की धर-पकड़ भी शुरू कर दी गई है। सादे लिबास में भी जीआरपी की टीम इस अभियान में लगाई गई है। इसी कड़ी में पटना जंक्शन रेल पुलिस द्वारा पिछले सवा महीने में तीन दर्जन से अधिक चोर और जेबकतरे गिरफ्तार करके जेल भेजे गये हैं। डकैतों की लगाम कसने में मिली सफलता से उत्साहित रेल एसपी जितेन्द्र राणा ने बताया कि जेबकतरों के गैंग की कोई निश्चित तादाद नहीं है। फिलहाल जेबकतरों से ज्यादा प्रभावित गया, पटना, डिहरी अदि स्टेशनों का पता चला है जहां विशेष नजर रखी जा रही है। बकौल रेल एसपी ‘जीआरपी की सूरत और सीरत बदलने के लिए जवानों को चुस्त-दुरूस्त बनाने व संसाधनों से लैस करके रेल जिला मे अपराध नियंत्रण की मुहिम छेड़ी गई है।ं