राजनीतिक दलों की मदद से सुधरेगा वोटर लिस्ट
पटना(हि.ब्यू.)। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में मतदाता सूची को दुरुस्त करने की मुहिम शुरू हो गयी है। इसके लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाया जा रहा है। बावजूद इसके चुनाव आयोग यह चाहता है कि वोटर लिस्ट...
पटना(हि.ब्यू.)। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में मतदाता सूची को दुरुस्त करने की मुहिम शुरू हो गयी है। इसके लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाया जा रहा है। बावजूद इसके चुनाव आयोग यह चाहता है कि वोटर लिस्ट को शुद्ध करने में राजनीतिक पार्टियां सहयोग दें। आयोग ने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय व क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को मतदान केन्द्र स्तर के एजेंटों के माध्यम से वोटर लिस्ट को सुधारने में सहयोग का अनुरोध किया है। आयोग के निर्देश पर राज्य निर्वाचन विभाग की ओर से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियों के अध्यक्ष व महासचिव को पत्र भेजे जा रहे हैं। निर्वाचन विभाग के अनुसार आगामी विधान सभा का चुनाव फोटोयुक्त मतदाता सूची के आधार पर होना है। वर्तमान वोटर लिस्ट 1 जनवरी 2009 के आधार पर निर्मित है और अब 1 जनवरी 2010 की अहर्ता तिथि के आधार पर फोटोयुक्त मतदाता सूची का पुनरीक्षण किया जा रहा है। आयोग ने कहा है कि वोटर लिस्ट की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक दलों के बूथ स्तरीय एजेंट(बीएलए) का सहयोग लिया जाए। बीएलए बूथ के हिसाब से बीएलओ को सूची शुद्ध करने में सहयोग करेंगे। दरअसल आयोग का मानना है कि राजनीतिक दलों के एजेंट बूथ से संबंधित मतदाताओं की सही स्थिति के बारे में बता सकते हैं। खासकर वैसे मतदाताओं के बारे में जो अब वहां नहीं रहते या मृत हैं। इसको ध्यान में रखकर निर्वाचन विभाग ने एक बार फिर राजनीतिक दलों को चिठ्ठी लिखनी शुरू की है। निर्वाचन विभाग के अनुसार बीएसपी, बीजेपी, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई(एम), एनसीपी, राजद, जदयू और लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष व महासचिव को सहयोग के लिए पत्र लिखकर सहयोग मांगा जा रहा है। राजनीतिक दलों और उनके द्वारा नियुक्त बीएलए से कहा जा रहा है कि वे अपने क्षेत्र के बीएलओ से संपर्क कर वोटर लिस्ट की मुद्रित कार्यकारी प्रति ले लें और सत्यापन में उनका सहयोग करें।