चुनाव परिणामों को चुनौती दे सकते हैं रूसी मतदाता
रूस की संवैधानिक अदालत ने मतदाताओं द्वारा चुनाव परिणामों को न्यायालय में चुनौती देने के अधिकार की पुष्टि की...
रूस की संवैधानिक अदालत ने मतदाताओं द्वारा चुनाव परिणामों को न्यायालय में चुनौती देने के अधिकार की पुष्टि की है।
समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, मतदान अधिकार गारंटी पर और 'स्टेट डय़ूमा' के चुनाव पर संघीय कानूनों और नागरिक प्रक्रिया संहिता की संवैधानिकता की पुष्टि करने के लिए न्यायालय इनकी समीक्षा कर रहा है।
संवैधानिक न्यायालय में 'स्टेट डय़ूमा' के प्रतिनिधि दमित्रि व्यातकिन ने पूर्व में कहा था कि मतदाता तभी न्यायालय जा सकते हैं, जब मामला मतदान के अधिकार से सीधे जुड़ा हो।
न्यायालय ने एक बयान में कहा, ''मतों की गिनती पर नियंत्रण से सम्बंधित किसी मतदाता का अधिकार औपचारिक रूप से मान्य नहीं है। इसलिए अदालत इस तरह के मामलों को खारिज कर सकती है। संविधान की धााराओं पर उठाए गए सवालों में विरोधाभास है।''
अदालत ने अपने फैसले में कहा कि सांसद, मतदान के परिणामों की घोषणा करने वाले निर्वाचन आयोग की कार्यवाही को चुनौती देने की संवैधानिक प्रक्रिया में सुधार कर सकते हैं।
दूसरी तरफ, नए कानून के लागू होने तक अदालतों को मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए उनके द्वारा दायर याचिकाएं स्वीकार करनी चाहिए।