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एनपीए बढ़ने से दिख रही है अस्थिरता: रिजर्व बैंक

भारतीय रिजर्व बैंक का कहना है कि गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) बढ़ने से बैंकिंग प्रणाली में हाल के समय में अस्थिरता में मामूली इजाफा देखने को मिला...

एनपीए बढ़ने से दिख रही है अस्थिरता: रिजर्व बैंक
Sun, 20 Jan 2013 02:02 PM
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भारतीय रिजर्व बैंक का कहना है कि गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) बढ़ने से बैंकिंग प्रणाली में हाल के समय में अस्थिरता में मामूली इजाफा देखने को मिला है।

भारतीय रिजर्व बैंक के प्रस्ताव पत्र में यह बात कही गई है। बैंकिंग स्थिरता-वित्तीय स्थायित्व पर पूर्व पीठिका शीर्षक के इस प्रस्ताव पत्र में कहा गया है कि एनपीए बढ़ने की वजह से बैंकिंग क्षेत्र में अस्थिरता में मामूली इजाफे के लक्षण दिख रहे हैं।

भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की गैर निष्पादित आस्तियां 2011-12 में बढ़कर 1.28 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 0.97 प्रतिशत पर थीं। सरकारी बैंकों का एनपीए इस अवधि में बढ़कर 1.53 प्रतिशत हो गया, जो इससे पिछले साल 1.09 प्रतिशत पर था। वहीं निजी क्षेत्र के बैंकों का एनपीए इस दौरान 0.56 प्रतिशत से घटकर 0.46 प्रतिशत रह गया।

इसमें कहा गया है कि बैंकिंग क्षेत्र के कुल प्रदर्शन में सुधार के लिए एहतियाती उपाय करने की जरूरत है और साथ ही नियामकीय उपाय भी उचित तरीके से करने की आवश्यकता है।

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