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आरसीए के ढीले रैवये से राजस्थान क्रिकेट की गिल्लियां उड़ी

राजस्थान सरकार ने जहां इस साल प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की जोरदार पहल की हैं वहीं आरसीए तथा राजस्थान खेल परिषद के बीच चल रहे मनमुटाव से राज्य में क्रिकेट की गिल्लियां उड़ी हुई...

आरसीए के ढीले रैवये से राजस्थान क्रिकेट की गिल्लियां उड़ी
Tue, 18 Dec 2012 12:54 PM
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झुंझुनूं में खेल विश्वविद्यालय खोलने का फैसला कर राजस्थान सरकार ने जहां इस साल प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की जोरदार पहल की हैं वहीं दूसरी ओर राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) तथा राजस्थान खेल परिषद के बीच चल रहे कथित मनमुटाव से राज्य में क्रिकेट की गिल्लियां उड़ी हुई है।
      
राजस्थान खेल परिषद, आऱसी़ए को किराये पर स्टेडियम उपलब्ध करवाने को तैयार है पर आरसीए इसके लिए अपने कदम आगे नहीं बढ़ा रहा है।
     
राजस्थान खेल परिषद के अध्यक्ष शिव चरण माली ने कहा कि हम किसी को भी क्रिकेट मैच के लिए सवाई मान सिंह स्टेडियम किराये पर देने के लिए आज से नहीं शुरू से ही तैयार है। हम प्रदेशस्तरीय, राज्य स्तरीय आईपीएल या अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच के लिए स्टेडियम किराये पर देने को तैयार है, लेकिन कोई आये तो सही।

  उन्होने कहा कि परिषद स्थानीय क्रिकेट मैचों के लिए और किसी भी मैच के लिए स्टेडियम किराये पर दे रहे है हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता ही खेलों को बढ़ावा देनी की है।
      
राजस्थान के एक जाने माने क्रिकेट खिलाड़ी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा जब कानपुर और इन्दौर में क्रिकेट संघ और खेल विभाग के बीच बिना समझौते के मैच हो सकते है तो राजस्थान के सवाई मान सिंह स्टेडियम में क्यों नहीं हो सकते। आरसीए को बिना वक्त गंवाये खेल परिषद से बातचीत कर मैच करवाने चाहिए। इसमें देरी करना राजस्थान के क्रिकेट प्रेमियों के साथ अन्याय होगा।

राजस्थान खेल परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि परिषद और राज्य सरकार खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री प्रतिभा सम्मान योजना के तहत ओलम्पिक, एशियाड और राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को आर्थिक मदद दी गई है और झुंझुनूं में सरकारी स्तर पर खेल विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा की गयी है।
    
दूसरी और राजस्थान क्रिकेट संघ के अहम के चलते राज्य में प्रस्तावित क्रिकेट मैच की तीनों गिलियां उड़ने की संभावना दिख रही है। आईपीएल के राजस्थान में हिस्से में आए आठ मैच पर संकट के बादल मंडरा रहे है। असल में आरसीए और राजस्थान खेल परिषद के बीच मैदान के रखरखाव को लेकर प्रस्तावित समझौता झगडे की जड़ बना हुआ है।
  
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस विवाद को दूर करने के लिए आगामी दिनों आरसीए और राज्य सरकार के बीच बैठक प्रस्तावित है पर बैठक की तिथि अभी तय नहीं हुई है।
  
आरसीए के प्रवक्ता के के शर्मा का कहना है कि सवाई मान सिंह स्टेडियम रखरखाव के अभाव में बुरे हाल में है पिच पूरी तरह से खराब हो चुका है। खस्ता हाल मैदान के कारण ईराणी ट्राफी के मैच भी नहीं हो सके, आने वाले कुछ दिनों में स्टेडियम के रखरखाव का समझौता 20 दिसम्बर तक नहीं हुआ तो आईपीएल के आठ मैच भी राजस्थान से ओर कई स्थानान्तरित हो जाएगे।
  
राजस्थान ने चैन्नई में दूसरी बार रणजी चैम्पियनशिप पर कब्जा कर एक बार फिर राजस्थान का नाम रौशन किया पर आगामी सत्र में आईपीएल और अन्तर्राष्ट्रीय मैचों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। रणजी मैच भी सवाई मान सिंह स्टेडियम में नहीं होकर के एल सैनी स्टेडियम में कराये गये थे। राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष केन्द्रीय मंत्री डा सी पी जोशी व्यस्त होने के कारण उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।

युवा एवं खेलकूद विभाग सूत्रों ने कहा राज्य सरकार ने प्रदेश की उदीयमान और छिपी खेल प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए गुलाबी नगरी में लंदन ओलम्पिक में पदक जीतने वाले विजय कुमार (निशानेबाजी), सुशील कुमार (कुश्ती) को पचास-पचास लाख रूपये और महिला मुक्केबाज मैरी कॉम, साइना (बैडमिंटन). गगन नारंग (निशानेबाजी) और पहलवान योगेश्वर दत्त को पच्चीस पच्चीस लाख रूपये तथा महिला डिस्कस थ्रो में फाइनल में पहुंचने वाली राजस्थान की कृष्णा पूनिया को इक्कीस लाख रूपये का पुरस्कार देकर एक नई शुरूआत की है।
    
उन्होने कहा कि इसके दूरगामी परिणाम निकलेंगे इससे महिलाएं हिचक छोड़कर खेलों में आएगी ओर नामी गिरामी खिलाड़ी नये खिलाड़ी तैयार करने में जुटेंगे। सरकार खिलाड़ियों को हर संभव मदद दे रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी सरकार के चौथी वर्षगांठ पर बासठ साल से अधिक के खिलाड़ी जिन्होने ओलम्पिक, एशियाड और राष्ट्रमंडल खेलों में तथा राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कत खिलाड़ियों को डेढ लाख रूपये की राशि उपलब्ध कराने की घोषणा की है।

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