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पीएसएलवी ने पहले नौवहन उपग्रह को प्रक्षेपित किया

भारत ने सोमवार देर रात पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी) के जरिये अपने पहले नौवहन उपग्रह को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करके एक नए युग की शुरूआत...

पीएसएलवी ने पहले नौवहन उपग्रह को प्रक्षेपित किया
Tue, 02 Jul 2013 01:43 AM
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भारत ने सोमवार देर रात पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी) के जरिये अपने पहले नौवहन उपग्रह को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करके एक नए युग की शुरूआत की। पीएसएलवी ने यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी।

ठीक 11 बजकर 41 मिनट पर अब तक कई उड़ानों में सफल रहे रॉकेट पीएसएलवी सी22 ने आईआरएनएसएस-1ए उपग्रह के साथ उड़ान भरी। प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद रॉकेट ने आईआरएनएसएस-1ए को उसकी कक्षा में स्थापित कर दिया।

इस सफलता से उत्साहित इसरो के अध्यक्ष के राधाकृष्णन ने कहा कि आईआरएनएसएस-1ए को ठीक तरीके से उसकी नियत कक्षा में स्थापित कर दिया। उन्होंने कहा कि यह साबित करता है कि पीएसएलवी एक बहुत विश्वसनीय यान है और इस उड़ान के साथ हम देश में अंतरिक्ष अनुप्रयोग के एक नये युग में प्रवेश कर रहे हैं और यह उपग्रह नौवहन कार्यक्रम की शुरूआत है।

इस उपग्रह से मिले आंकड़े देश में विभिन्न क्षेत्रों जैसे आपदा प्रबंधन, वाहनों का पता लगाने, समुद्री नौवहन में मदद करेगा। भारत द्वारा विकसित आईआरएनएसएस-1ए अगले 10 साल तक काम करेगा। आईआरएनएसएस-1ए उन सात उपग्रहों में पहला है जिसे भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली के लिये छोड़ा जाना है।

इसका डिजाइन देश तथा देश की सीमा से 1500 किलोमीटर की दूरी तक में इसे इस्तेमाल करने वाले को सटीक स्थिति की सूचना देना है। यह इसका प्राथमिक सेवा क्षेत्र है।   आईआरएनएसएस, रूस के ग्लोनास, अमेरिका के जीपीएस, यूरोपीय संघ के गैलेलियो, चीन के बेइदोउ उपग्रह नौवहन प्रणाली की तरह होगा।

राधाकृष्णन ने कहा कि मैं यह घोषणा करते हुये बहुत खुश हूं कि हमारे पीएसएलवी की एक और शानदार उड़ान रही है। यह पीएसएलवी की 23वीं सफल उड़ान है और पीएसएलवी के विस्तारित संस्करण की यह चौथी सफल उड़ान है।

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