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निर्वाचन अधिकारी के आदेश का अध्ययन कर रहे हैं संगमा

पीए संगमा ने गुरुवार को कहा कि प्रणब मुखर्जी के लाभ के पद पर होने से जुड़े मामले में उनकी कानूनी टीम निर्वाचन अधिकारी के आदेश का अध्ययन कर रही...

निर्वाचन अधिकारी के आदेश का अध्ययन कर रहे हैं संगमा
Thu, 05 Jul 2012 02:12 PM
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राष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव में विपक्ष समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा ने गुरुवार को कहा कि प्रणब मुखर्जी के लाभ के पद पर होने से जुड़े मामले में उनकी कानूनी टीम निर्वाचन अधिकारी के आदेश का अध्ययन कर रही है और वह अपने सहयोगियों तथा समर्थकों से विचार विमर्श करने के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे।
     
पूर्व लोकसभाध्यक्ष ने कहा कि कल रात उन्हें निवार्चन अधिकारी के आदेश की सत्यापित प्रति मिली और उन्होंने उसे पढ़ा है। संगमा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कानूनी टीम द्वारा निर्वाचन अधिकारी के आदेश का अध्ययन करने के बाद उनके चुनाव अभियान समिति की बैठक होगी जिसमें आगे की रणनीति पर फैसला किया जाएगा। राज्यसभा के महासचिव निर्वाचन अधिकारी हैं।
     
इस संवाददाता सम्मेलन का आयोजन जम्मू कश्मीर की पैंथर्स पार्टी ने किया था। इस पार्टी ने संगमा को अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
     
भाजपा नेता सतपाल जैन ने मुखर्जी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए दलील दी थी कि उनके भारतीय सांख्यिकी संस्थान के अध्यक्ष पद पर रहने के कारण उनका नामांकन रदद किया जाना चाहिए। जैन ने पहले ही संकेत दिया है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद संगमा अदालत का रुख कर सकते हैं।
     
संगमा ने छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेता अरविंद नेताम का भी जिक्र किया जिन्हें संगमा का समर्थन करने पर कांग्रेस ने निलंबित कर दिया है।
     
संगमा ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में कोई चुनाव चिह्न नहीं है। प्रणब मुखर्जी हाथ चुनाव चिन्ह् के साथ मैदान में नहीं हैं। संगमा घड़ी चुनाव चिन्ह् के साथ मैदान में नहीं हैं। यह पार्टी से उपर है। 

उन्होंने कहा कि अन्य उम्मीदवार का समर्थन करने पर किसी के खिलाफ कार्रवाई पूरी तरह से निंदनीय है। इस मुद्दे पर विचार करने के लिए ट्राइबल फोरम आफ इंडिया की एक बैठक आज होनी है।

संगमा भी भाजपा नेताओं सुषमा स्वराज, अनंत कुमार और अन्य के साथ बैठक करने वाले हैं। इसमें वह चुनाव रणनीति तथा अन्य संबंधित मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे।

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