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मुशर्रफ के प्रत्यर्पण से इंकार कर सकती है ब्रिटिश सरकार

पाकिस्तान सरकार द्वारा पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस हासिल करने के बावजूद , इस बात की प्रबल संभावना है कि ब्रिटिश सरकार उन्हें प्रत्यार्पित नहीं...

मुशर्रफ के प्रत्यर्पण से इंकार कर सकती है ब्रिटिश सरकार
Thu, 01 Mar 2012 02:12 PM
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पाकिस्तान सरकार द्वारा पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस हासिल करने के बावजूद , इस बात की प्रबल संभावना है कि ब्रिटिश सरकार उन्हें प्रत्यार्पित नहीं करे। इसका कारण दोनों देशों के बीच किसी प्रत्यर्पण संधि का नहीं होना बताया जा रहा है।
   
मीडिया रिपोर्ट में आज कहा गया है कि ब्रिटेन सामान्य तौर पर वांछित लोगों को उन देशों को नहीं सौंपता जहां मौत की सजा दी जाती है। यदि कोई देश इंटरपोल जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्था के माध्यम से ब्रिटिश सरकार से संपर्क करता है तो कोई भी फैसला करने से पूर्व इस अपील पर ब्रिटिश न्यायिक प्रणाली द्वारा विचार किया जाता है। दी न्यूज ने अपने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है।
   
पिछले सप्ताह लंदन की यात्रा पर गई विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने वहां वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की थी लेकिन अपनी वार्ताओं में उन्होंने मुशर्रफ को पाकिस्तान को सौंपे जाने का मुद्दा नहीं उठाया।
   
एक वरिष्ठ राजनयिक सूत्र ने दैनिक को बताया कि न केवल मुशर्रफ बल्कि विभिन्न देशों के कई वांछित लोग ब्रिटेन में रह रहे हैं जिनकी विभिन्न मामलों में उनकी सरकारों को तलाश है। सूत्रों ने दावा किया कि जब तक ब्रिटेन में रह रहे ऐसे लोग कानूनों का पालन करते हैं, उन्हें प्रत्यार्पित नहीं किया जाता।
   
दैनिक ने सूत्र के हवाले से लिखा है कि मुशर्रफ ने ब्रिटेन में शरण नहीं मांगी थी लेकिन वह वहां एक मेहमान के तौर पर रह रहे हैं जो ब्रिटिश कानूनों का निष्ठा से पालन करता है। सूत्र ने कहा कि हमें उनके ब्रिटेन में रहने को लेकर कोई दिक्कत नहीं है।
   
गृह मंत्री रहमान मलिक कह चुके हैं कि पाकिस्तान सरकार मुशर्रफ के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस हासिल कराने के लिए इंटरपोल से संपर्क करना चाहती है ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के संबंध में मुकदमे का सामना करने के लिए उन्हें पाकिस्तान लाया जा सके।
   
मलिक ने बताया था कि संघीय जांच एजेंसी को मुशर्रफ के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस हासिल करने के लिए इंटरपोल को पत्र लिखने का निर्देश दिया गया है। बलूच राष्ट्रवादी नेता हरबयार मारी पर ब्रिटेन में रहते हुए मुकदमा चला था लेकिन उन्हें उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से बरी कर दिया गया। वह पाकिस्तान में वांछित थे।
   
अब वह कानूनी दस्तावेजों के साथ ब्रिटेन में रह रहे हैं।

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