एवरेस्ट पर हुए झगड़े ने खोली कई परतें
माउंट एवरेस्ट पर पिछले सप्ताहांत में हुए झगड़े ने दुनियाभर में पर्वतारोहियों को सकते में डाल दिया है तथा विशेषज्ञों का कहना...
माउंट एवरेस्ट पर पिछले सप्ताहांत में हुए झगड़े ने दुनियाभर में पर्वतारोहियों को सकते में डाल दिया है तथा विशेषज्ञों का कहना है कि यह दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर संभ्रांत पर्वतारोहियों और बढ़ते वाणिज्यिक अभियानों से पैदा हुए तनाव का नतीजा है।
शनिवार को दुनिया के दो शीर्ष पर्वतारोही इटली के सिमोन मोरो तथा स्विट्जरलैंड के यूएली स्टेक का नेपाली शेरपाओं के एक समूह के साथ झगड़ा हो गया था। मोरो के साथ ब्रिटेन के शीर्ष फोटोग्राफर जोनाथन ग्रिफिथ भी थे।
इसमें गलती किसकी थी, इसको लेकर अलग अलग राय हैं लेकिन सभी इस बात पर एकमत हैं कि झगड़ा यूरोपीय पर्वतारोहियों के एक खड़ी बर्फीली दीवार ल्होत्से फेस पर चढ़ने के फैसले को लेकर हुआ। उस दौरान नेपाली शेरपा अपने कमर्शियल पर्वतारोहियों के लिए वहां रस्सियां अटका रहे थे।
पिछले साल सैंकड़ों कमर्शियल पर्वतारोहियों को एक फोटो में शिखर पर पहुंचने के लिए लाइन में लगे दिखाया गया था जो हर साल 8848 मीटर ऊंची चोटी पर लोगों की बढ़ती संख्या को दिखा रहा था।
इस वर्ष भी पर्वतारोहियों की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए एक्सपीडीशन आपरेटर्स ऐसोसिएशन आफ नेपाल ने 2013 का पर्वतारोहण मौसम शुरू होने से पूर्व रस्सियों के दो सेट, एक चढ़ने के और एक उतरने के लिए, लगाने की खातिर शेरपाओं के समूहों को भेजे जाने की सिफारिश की थी।