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नर्सरी दाखिले को लेकर अभिभावकों की पांच चिंताएं

नर्सरी दाखिले को लेकर होईकोर्ट में चल रही सुनवाई और शिक्षा निदेशालय की ओर से किसी तरह की एडवाजरी नहीं जारी किए जाने को लेकर अभिभावक असमंजस में...

नर्सरी दाखिले को लेकर अभिभावकों की पांच चिंताएं
Wed, 13 Feb 2013 12:19 PM
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नर्सरी दाखिले को लेकर होईकोर्ट में चल रही सुनवाई और शिक्षा निदेशालय की ओर से किसी तरह की एडवाजरी नहीं जारी किए जाने को लेकर अभिभावक असमंजस में हैं। कई स्कूलों में पहले ही दाखिले की पहली सूची और ड्रॉ की प्रक्रिया हो चुकी है। वहीं कई स्कूलों में सूची जारी करने के बाद भी फीस जमा करने की तिथि को अगले आदेश तक के लिए टाल दिया गया है। हालांकि दाखिले के लिए पहली सूची जारी करने की अंतिम तिथि में भी महज दो दिन शेष बचे हुए हैं। इस मसले पर शिक्षा निदेशालय की ओर से कोर्ट में मामले की सुनवाई का हवाला देकर कुछ भी बोलने से परहेज किया जा रहा है। ऐसे में अभिभावकों को पांच सवाल परेशान कर रहे हैं। जयप्रकाश मिश्र की रिपोर्ट

1. क्या फिर से दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी
ईस्ट ऑफ कैलाश निवासी अंजनी कुमार मिश्र का कहना है कि स्कूल प्रबंधन कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कोर्ट की टिप्पणी को लेकर अभिभावक इस बात से काफी पेशोपेश में हैं कि क्या फिर से दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने बताया कि क्या जहां सूची जारी हो चुकी हैं क्या उन्हें भी फिर से सूची जारी करनी होगी।

2. प्रक्रिया रद्द होती है तो क्या फीस वापस होगी
राजधानी के अधिकांश स्कूलों में दाखिले की पहली सूची जारी की जा चुकी है। ऐसी स्थिति में दाखिला लेने वाले अभिभावक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या उनका पैसा कहीं फंस तो नहीं जाएगा। गगन विहार के रहने वाले सूरज सिंह का कहना है कि वे एक स्कूल में फीस जमा कर चुके हैं। अब उन्हें इस बात की चिंता है कि कहीं प्रक्रिया फिर से शुरू होती है तो क्या उनका पैसा आसानी से वापस हो पाएगा।

3. क्या फिर से आवेदन फॉर्म भरना होगा
साकेत निवासी दीपक कुमार ने बताया कि वे बेटे का फॉर्म करीब दर्जन भर स्कूलों में जमा करा चुके हैं। कई स्कूलों की सूची जारी हो चुकी है और दाखिले भी हो चुके हैं। लेकिन, स्कूल प्रबंधन की ओर से दाखिले को लेकर कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। ऐसी स्थिति में यह समझ में नहीं आ रहा है कि इस सत्र में दाखिले का क्या होगा। अगर फॉर्म फिर से भरे जाएंगे तो क्या उन लोगों को भी फॉर्म भरना होगा जो पहले फॉर्म भरे चुके हैं।

4. जहां पर नाम आ गया है वहां दाखिला लें या नहीं
मंडावली के रहने वाले सतनजीत झा का कहना है कि दाखिले को लेकर इस साल कई तरह का असमंजस बना हुआ है। कई स्कूलों में दाखिले की सूची जारी हो रही हैं। लेकिन, इन स्कूलों में दाखिले लिए जाएं या नहीं। उन्होंने बताया कि उनका पैसा भले ही वापस हो जाएगा लेकिन, दूसरे स्कूल के लिए फिर से पैसे की व्यवस्था करनी होगी। इससे अतिरिक्त आर्थिक दबाव का समाना करना पड़ेगा।

5. ईडब्ल्यूएस व वंचित वर्ग के लिए भी फिर ड्रॉ होंगे
नर्सरी में दाखिले को लेकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और वंचित वर्ग के अभिभावक भी परेशान हैं। कई स्कूलों में ड्रा की तिथि को टाल दिया गया है। वहीं कुछ अभिभावकों का कहना है कि बहुत मुश्किल से फॉर्म जमा किए गए थे और ड्रा हुआ है। अगर फिर से प्रक्रिया शुरू होती है तो क्या उसमें ईडब्ल्यूएस को भी शामिल किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कई ऐसे सवाल हैं जो परेशान कर रहे हैं।

विशेषज्ञों की राय
शिक्षा मामलों के विशेषज्ञ व अधिवक्ता खगेश झा का कहना है कि अभिभावकों को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि अगर अभिभावक दाखिला ले भी लेते हैं तो स्कूल को उनकी फीस शत-प्रतिशत वापस करनी होगी।

निजी स्कूलों का पक्ष
दिल्ली पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के चेयरमैन आरसी जैन का कहना है कि होईकोर्ट में मामला होने और शिक्षा निदेशालय की ओर से इस मसले में निर्देश जारी नहीं किए जाने की वजह से असमंजस की स्थिति बनी हुई है। लेकिन, अभिभावकों को जहां नाम आए वहां बेहिचक दाखिला ले लेना चाहिए। पैसे वापस हो जाएंगे।

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