अगले सप्ताह भारत आ रहे हैं नशीद
मालदीव के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद 'एन्नी' नशीद अगले सप्ताह भारत आ रहे हैं। वह अपने देश में जल्द चुनाव के लिए नई दिल्ली से कूटनीतिक प्रयास तेज करने का आग्रह...
मालदीव के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद 'एन्नी' नशीद अगले सप्ताह भारत आ रहे हैं। वह अपने देश में जल्द चुनाव के लिए नई दिल्ली से कूटनीतिक प्रयास तेज करने का आग्रह करेंगे।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा है कि नशीद नई दिल्ली में 17 अप्रैल से लेकर चार दिनों तक रुक सकते हैं।
नशीद भारतीय नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपनी मुलाकातों के दौरान उस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे सकते हैं, जिसके कारण उन्हें आश्चर्यजनक रूप से दो महीने पहले पद छोड़ना पड़ा था। नशीद मालदीव के लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित पहले राष्ट्रपति थे।
नशीद, भारतीय नेतृत्व से इस बात का भी आग्रह करेंगे कि वह राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद पर इस बात का दबाव बनाने के लिए अपनी कूटनीतिक ताकत का इस्तेमाल करे कि उन्हें भारत की मध्यस्थता में जल्द चुनाव के लिए हुए समझौते का सम्मान करना चाहिए।
नशीद के एक करीबी सहयोगी और राष्ट्रपति के पूर्व विशेष दूत तथा दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के महासचिव इब्राहिम हुसैन जकी ने माले से फोन पर बताया कि मुझे पूरा भरोसा है कि भारत सच्चे लोकतंत्र की बहाली के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का नेतृत्व करेगा।
ज्ञात हो कि मार्च के प्रारम्भ में भारत ने मालदीव के राजनीतिक दलों के बीच एक समझौता कराने में मदद की थी, जिसमें जल्द चुनाव कराने पर एक व्यापक सहमति बनी थी और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मालदीव में राजनीतिक संकट के समाधान में नई दिल्ली की एक मध्यस्थ की भूमिका को मान्यता दी गई थी।
लेकिन उसके बाद से मालदीव की नई सरकार जल्द चुनाव के वादे से पीछे हटती जा रही है। पूर्व राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम को मौजूदा संकट के पीछे की ताकत माना जा रहा है।