वेतन समझौते में सक्रिय भूमिका निभाई: माल्या
किंगफिशर एयरलाइंस के चेयरमैन विजय माल्या ने शनिवार को कहा कि वह अपने कर्मचारियों की पहुंच से कभी दूर नहीं रहे और वेतन समझौते में उन्होंने सक्रिय भूमिका...
किंगफिशर एयरलाइंस के चेयरमैन विजय माल्या ने शनिवार को कहा कि वह अपने कर्मचारियों की पहुंच से कभी दूर नहीं रहे और वेतन समझौते में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई।
वेतन नहीं मिलने के कारण उत्पन्न गतिरोध से किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारी पिछले 26 दिन से हड़ताल पर थे। कर्मचारियों को इस साल मार्च से वेतन नहीं मिला है।
माल्या ने बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में एफ1 रेस आयोजन के अवसर पर संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि हम यहां फॉर्मूला वन रेस देखने आये हैं। इसलिये इसका आनंद लिया जाना चाहिये। लेकिन मैं हर समय उपलब्ध हूं और एयरलाइंस प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच जो भी समझौता हुआ, उसमें मेरी सक्रिय भूमिका रही है।
किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारी प्रबंधन के इस वादे पर काम पर लौटने को तैयार हुये हैं कि दिवाली से पहले उन्हें तीन महीने के वेतन का भुगतान कर दिया जायेगा। एयरलाइंस के कर्मचारी 29 सितंबर से हड़ताल पर चल थे।
कर्ज के बोझ तले दबी एयरलाइंस की चिंताओं को बढ़ाते हुये नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने उसका उड़ान परमिट निलंबित कर दिया। किंगफिशर एयरलाइंस की उड़ानों को अचानक निरस्त करने और समयसारिणी का पालन नहीं करने की वजह से यह कदम उठाया गया। डीजीसीए ने एयरलाइंस से कर्मचारियों का बकाया वेतन भुगतान करने और पुनरुद्धार योजना सौंपने को कहा है।
प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच गतिरोध के दौरान माल्या कभी भी आगे नहीं आये और जो भी बातचीत हुई वह एयरलाइंस और यूबी समूह के शीर्ष अधिकारियों के बीच ही हुई। यही वजह रही कि कर्मचारी लगातार माल्या की उपस्थिति के लिये जोर डालते रहे।