किंगफिशर 25 मार्च से नहीं भरेगी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें
किंगफिशर एयरलाइन्स ने 25 मार्च से सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित करने का मंगलवार को निर्णय किया। इसके साथ ही विमानन कंपनी ने घरेलू परिचालनों में और कटौती करने का भी निर्णय किया...
किंगफिशर एयरलाइन्स ने 25 मार्च से सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित करने का मंगलवार को निर्णय किया। साथ ही विमानन कंपनी ने घरेलू परिचालनों में और कटौती करने का भी निर्णय किया है।
किंगफिशर एयरलाइन्स के प्रमुख विजय माल्या ने यहां संवाददाताओं को बताया कि चूंकि हम आईएटीए प्लेटफार्म पर नहीं हैं, हमने अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालनों को निलंबित करने का निर्णय किया है। इसलिए विदेशी उड़ानों का कोई मतलब नहीं बनता।
कंपनी के सूत्रों ने कहा कि किंगफिशर 25 मार्च से शुरू हो रही ग्रीष्मकालीन समय सारणी में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन नहीं करेगी। नागर विमानन महानिदेशक के साथ करीब डेढ़ घंटे मुलाकात के बाद माल्या ने कहा कि हम कोई महत्वाकांक्षी लक्ष्य लेकर नहीं चल रहे हैं। हम 20 विमानों के साथ उड़ानों का परिचालन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा माल्या को विमानन कंपनी की मौजूदा स्थिति की स्पष्ट तस्वीर पेश करने को कहा गया था, जिसके बाद वह आज विमानन क्षेत्र के नियामक से मिले।
माल्या ने कहा कि उन्होंने नागर विमानन महानिदेशक ई़क़े भारत भूषण को बताया कि किसी तरह की बाधाएं नहीं आएंगी और समय सारणी में ईमानदारी बरती जाएगी।
इससे पहले, नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा था कि किंगफिशर एयरलाइन्स ने अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया है, तेल कंपनियों और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बकाए का भुगतान नहीं किया है।
साथ ही वे अपनी समय सारणी पर भी कायम रहने में विफल रहे और इसमें दो-तीन बार बदलाव किया, लेकिन इसका पालन करने में विफल रहे। डीजीसीए यात्री के सुरक्षा पहलू की जांच कर रहा है और यह पता लगा रहा है कि कंपनी के विमान सुरक्षित हैं और पायलटों की स्थिति अच्छी है या नहीं।
उन्होंने कहा कि अगर डीजीसीए रपट में पाता है कि किंगफिशर के परिचालन में सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया जा सकता तब निश्चित तौर पर सरकार कार्रवाई करेगी।