भारत एशिया कप का प्रबल दावेदार : अकरम
भारतीय टीम का प्रदर्शन भले ही हाल में समाप्त ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर निराशाजनक रहा हो लेकिन पूर्व पाकिस्तानी कप्तान वसीम अकरम को लगता है कि महेंद्र सिंह धौनी की टीम एशिया कप में प्रबल दावेदार के रूप में...
भारतीय टीम का प्रदर्शन भले ही हाल में समाप्त ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर निराशाजनक रहा हो लेकिन पूर्व पाकिस्तानी कप्तान वसीम अकरम को लगता है कि महेंद्र सिंह धौनी की टीम एशिया कप में प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत करेगी।
अकरम ने कहा कि कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के बाद श्रीलंकाई टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ा होगा और उसे हराना आसान नहीं होगा। अगर पाकिस्तानी टीम एकजुट होकर खेलेगी तो उन्हें भी हराना मुश्किल होगा। लेकिन आंकड़ों के हिसाब से भारतीय टीम सर्वश्रेष्ठ है। उनकी बल्लेबाजी में गहराई है और गेंदबाजी में भी विभिन्नता है।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के अंतिम मैच में भारत ने दिखा दिया कि उनमें कितनी क्षमता है। जब टीम 320 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सात विकेट और 80 गेंद रहते जीत जाती है तो यह अमृत की तरह काम करता है। क्या यह टॉनिक ढाका में भारतीय टीम के मनोबल को बढ़ाने में कारगर होगा शायद हो सकता है।
इस पूर्व महान गेंदबाज ने हालांकि कहा कि यह चैम्पियनशिप काफी रोमांचक होगी क्योंकि भारतीय टीम श्रीलंका और पाकिस्तान जैसी टीमों के खिलाफ विजयी लय में आने के लिए बेताब होगी। श्रीलंकाई टीम हाल में ऑस्ट्रेलिया में समाप्त सीबी सीरीज में आत्मविश्वास से लबरेज होगी जबकि पाकिस्तान के बारे में भविष्यवाणी करना हमेशा की तरह मुश्किल है।
अकरम ने कहा कि महेंद्र सिंह धौनी की टीम निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलिया में सीबी सीरीज के लचर प्रदर्शन को बदलने की कोशिश करेगी और श्रीलंका ने दिखा दिया कि वे क्या कर सकते हैं। वहीं पाकिस्तानी टीम के अनिश्चित प्रदर्शन, जिसमें वह किसी भी दिन शानदार प्रदर्शन कर सकती है, को देखते हुए एशिया कप के रोमांचक चैम्पियनशिप बनने के लिए सभी घटक मौजूद हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यह देखना दिलचस्प होगा कि धौनी, महेला जयवर्धने और मिस्बाह उल हक अपनी टीमों का नेतृत्व कैसे करते हैं। अकरम ने ईएसपीएन स्टार डॉट कॉम से कहा कि ये तीनों काफी सक्षम हैं लेकिन मौजूदा समय में महेला दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं। सीबी सीरीज में उनकी कप्तानी शानदार थी। वह ऐसा कप्तान है जिसे हर देश रखना चाहेगा। मैं देखना चाहता हूं कि वह एशिया कप में श्रीलंकाई टीम की अगुवाई कैसे करता है।
धौनी की तुलना जयवर्धने से करते हुए उन्होंने कहा कि महेला और धौनी अलग अलग कप्तान हैं। धौनी विकेटकीपर हैं इसलिए उसका हर समय तेज गेंदबाजों का नेतृत्व करना मुश्किल है। लेकिन महेला मिड ऑन या मिड ऑफ पर क्षेत्ररक्षक सजाते रहते हैं और हमेशा अपने गेंदबाजों से बात करते रहते हैं।