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भारतीयों पर कभी प्रभाव नहीं छोड़ पाये आस्ट्रेलियाई स्पिनर

शेन वार्न ने अपनी बलखाती गेंदों से भले ही दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशानी में डाला हो लेकिन यह दिग्गज लेग स्पिनर कभी भारतीय बल्लेबाजों को अपने गेंदों के जाल में नहीं उलझा पाया...

भारतीयों पर कभी प्रभाव नहीं छोड़ पाये आस्ट्रेलियाई स्पिनर
Mon, 19 Dec 2011 02:13 PM
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शेन वार्न ने अपनी बलखाती गेंदों से भले ही दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशानी में डाला हो लेकिन यह दिग्गज लेग स्पिनर कभी भारतीय बल्लेबाजों को अपने गेंदों के जाल में नहीं उलझा पाया और यही आलम आस्ट्रेलिया के अन्य स्पिनरों का भी रहा है।

भारत जब 26 दिसंबर से आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिये उतरेगा तो संभवत: उसे आफ स्पिनर नाथन लियोन का सामना करना पड़ सकता है जिन्होंने अब तक सात टेस्ट मैच में 22 विकेट लिये हैं। लियोन ने कहा भी है कि वह भारत की मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप को लेकर चिंतित नहीं हैं लेकिन यदि आंकड़ों पर गौर किया जाए तो हमेशा आस्ट्रेलियाई स्पिनरों को भारत के खिलाफ अपनी सरजमीं पर भी जूझना पड़ा है।

आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारत के खिलाफ अपनी धरती पर 36 मैच में 609 विकेट लिये हैं और इनमें से केवल 124 विकेट स्पिन गेंदबाजों के नाम पर दर्ज हैं। वार्न तो पांच मैच में केवल नौ विकेट ही ले पाये थे जबकि बाबी सिम्पसन आठ मैच में 17 विकेट लेकर स्पिनरों में शीर्ष पर हैं। स्पिनरों में भी लेग या आफ स्पिनरों ने 105 विकेट लिये जबकि बायें हाथ के स्पिनरों के नाम पर 19 विकेट दर्ज हैं।

पिछले दस साल में भारत दो बार आस्ट्रेलियाई दौरे पर गया और इस दौरान उसने स्टुअर्ट मैकगिल और ब्रैड हाग के अलावा साइमन कैटिच और माइकल क्लार्क जैसे कामचलाउ स्पिनरों को ही आजमाया। इनमें से मैकगिल ने चार मैच में 14 और हाग ने तीन मैच में छह विकेट लिये।

भारतीयों को हालांकि दायें हाथ के तेज गेंदबाजों से सतर्क रहने की जरूरत है। आस्ट्रेलिया वैसे बायें हाथ के दो तेज गेंदबाजों मिशेल स्टार्क और डग बोलिंजर में से किसी एक को अपनी टीम में रख सकता है लेकिन यदि ब्रूस रीड और माइक व्हिटनी को छोड़ दिया जाए तो उसके अधिकतर खब्बू गेंदबाज भारतीयों पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं छोड़ पाये हैं।

आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने भारत के खिलाफ अपनी धरती पर 446 विकेट लिये हैं। इनमें से 360 विकेट दायें हाथ के तेज गेंदबाजों जबकि 86 विकेट वामहस्त गेंदबाजों के नाम पर दर्ज हैं। वैसे आस्ट्रेलिया ने 36 में से केवल 26 मैच में ही खब्बू तेज गेंदबाजों का उपयोग किया। इनमें से रीड ने पांच मैच में 23 और व्हिटनी ने तीन मैच में 17 विकेट लिये। चोटिल होने के कारण टीम से बाहर चल रहे मिशेल जानसन के नाम पर चार मैच में 16 विकेट दर्ज हैं।

आस्ट्रेलिया के दायें हाथ के तेज गेंदबाज भारत पर अधिक असरकारक रहे हैं। भारत के खिलाफ अपनी धरती पर उसने अब तक ऐसे 48 गेंदबाजों को आजमाया है जिनमें से ब्रेट ली ने सर्वाधिक 45 विकेट लिये हैं। उनके बाद क्रेग मैकडरमाट (34), स्टुअर्ट क्लार्क (28), मर्व हयूज (23), जैफ थामसन (22), और डेनिस लिली (21) का नंबर आता है। ग्लेन मैकग्रा ने तीन मैच में 18 विकेट लिये हैं।

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