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अमेरिकी परिजनों के लिए परेशानी का सबब बना भारत

अमेरिकी बच्चों का अपहरण कर उन्हें भारत ले जाने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए एक प्रभावशाली सांसद ने कहा है कि भारत, अमेरिका में माता-पिता के लिए बहुत परेशानी और दुख का स्रोत बन गया...

अमेरिकी परिजनों के लिए परेशानी का सबब बना भारत
Fri, 10 May 2013 03:32 PM
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अमेरिकी बच्चों का अपहरण कर उन्हें भारत ले जाने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए एक प्रभावशाली सांसद ने कहा है कि भारत अमेरिका में माता-पिता के लिए बहुत परेशानी और दुख का स्रोत बन गया है।
    
सांसद क्रिस्टोफर स्मिथ ने रिजाल्विंग इंटरनेशनल पैरेंटल चाइल्ड अब्डक्शन्स टू नॉन हेग कंवेंशन कंट्रीज पर संसद की एक सुनवाई के दौरान कहा कि भारत अमेरिकी माता पिता के लिए बहुत परेशानी और दुख का स्रोत बन गया है।
    
न्यूजर्सी से रिपब्लिकन पार्टी के सांसद ने कहा कि वर्ष 2012 में 32 बच्चों को अपरहण करके भारत ले जाया गया। उन्होंने कहा कि हालांकि भारतीय अदालतें कुछ बच्चों को वापस करने के लिए हेग की तरह फैसले करती हैं। अपहत बच्चों की वापसी के लिए भारतीय अदालतों का प्रयोग करने का प्रयास करने वाले माता पिता ने भ्रष्टाचार और गैरजरूरी देरी की शिकायत की।
    
स्मिथ ने कहा कि अमेरिकी नागरिकता वाले बच्चों को स्वदेश वापस लाने के लिए अमेरिका का भारत के साथ कोई द्विपक्षीय समझौता नहीं है।
    
कांग्रेस की एक कमेटी के सामने बयान देते हुए दो जुडवां बच्चों एल्बर्ट फिलिप जैकब और अल्फ्रेड विलियम जैकब की मां बिन्दु फिलिप्स ने अपनी भावुक और दर्दनाक कहानी बयां कीं। बिन्दू के पूर्व पति इन बच्चों का कथित रूप से अपहरण करके भारत ले गये थे।
   
उन्होंने सांसदों से कहा कि न तो अमेरिकी दूतावास ने और ना ही भारतीय सरकार ने उनकी किसी तरह का मदद की। एल्बर्ट और अल्फ्रेड अमेरिकी नागरिक हैं। फिलिप्स ने कहा कि उन्हें बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता है। हमारे बच्चों का अपहरण करने के बावजूद पिता सुनील जैकब ने भारतीय अदालत में बच्चों का संरक्षण मांगा है। यह मामला फिलहाल उच्चतम न्यायालय में लंबित है।

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