जाट आंदोलन: प्रदर्शनकारियों ने सड़कों की नाकेबंदी हटाई
सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहे जाट प्रदर्शनकारी लगता है कि अपने रूख पर थोड़ा नरम पड़े हैं। प्रदर्शनकारियों ने हिसार-दिल्ली और हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय...
सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहे जाट प्रदर्शनकारी लगता है कि अपने रूख पर थोड़ा नरम पड़े हैं। प्रदर्शनकारियों ने हिसार-दिल्ली और हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग समेत विभिन्न सड़कों से अपना धरना हटाना शुरू कर दिया है।
एक सकारात्मक घटनाक्रम के तहत प्रदर्शनकारियों के भीतर के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के साथ आंदोलनकारियों की मुलाकात के बाद संदीप का अंतिम संस्कार किए जाने की संभावना है। संदीप गत छह मार्च को प्रदर्शन के दौरान मारा गया था।
राज्य सरकार के साथ वार्ता करने वाले कुछ जाट नेता प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। कई कार्यकर्ताओं ने रेल पटरियों पर धरना जारी रखा है। इससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। दिल्ली, पंजाब और राजस्थान के लिए रेल संपर्क अब भी पंगु है और हिसार-दिल्ली और हिसार-लुधियाना मार्ग अब भी बाधित है।
जाट नेता आंदोलन के दौरान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अपने 100 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेता सुरेश कोथ ने कहा कि हमारी मांग है कि पुलिस को कुछ प्रदर्शनकारियों के खिलाफ लगाई गई राजद्रोह के तहत की धाराएं हटाई जानी चाहिए ताकि उन्हें जमानत पर रिहा किया जा सके।
ऐसा समझा जाता है कि जिला प्रशासन राजद्रोह के आरोपों को हटाने के लिए आला अधिकारियों के संपर्क में है ताकि गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों को रिहा किया जा सके। इस बीच, सुरक्षा उपायों के तहत सीआरपीएफ, आईटीबीपी, अर्धसैनिक बलों और हरियाणा पुलिस के पर्याप्त कर्मियों को इलाके में तैनात किया जा रहा है।